अलीगढ़ में तेलंगाना विधायक की गिरफ्तारी पर बजरंगबल के संयोजक गौरव शर्मा ने किया रोष व्यक्त

in #up2 years ago

भारत के समग्र हिन्दू समाज के अत्यंत लोकप्रिय नेता व तेलंगाना विधायक टी राजा सिंह की पुनः गिरफ्तारी पर अपना रोष व्यक्त करते हुए बजरंगबल के संयोजक गौरव शर्मा ने इस गिरफ्तारी को अनैतिक अव्यवहारिक असंवैधानिक तथा हिन्दू समाज को उकसाने वाली कार्यवाही करार दिया है।

महानगर के एक प्रतिष्ठित होटल में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि कल विधायक टी. राजा सिंह ने एक वीडियो जारी कर अपनी गिरफ्तारी की आशंका व्यक्त कर दी थी और इसके लिए उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई एक बैठक में इस प्रकार के निर्णय का जिक्र किया था, जो सत्य साबित हुआ।

 गौरव शर्मा ने आगे कहा कि जब हिन्दू नेता टी. राजा पर बहुत सारे केस थे तो तो 23 अगस्त को उन्हें रिहा क्यूँ किया गया ? उन्होंने पूछा कि क्या शासन ऐसे चलता है कि जब मुस्लिम  आक्रोश दबाना था तो टी. राजा को गिरफ्तार किया फिर जब हिन्दू आक्रोशित हुआ तो तत्काल उसे रिहा किया और उसके बाद जब हैदराबाद में मुसलमान सड़कों पर आए तो फिर से टी राजा गिरफ्तार। संविधान का मजाक बना कर रख दिया है। देश को कुछ राजनीतिक दल निहित स्वार्थों के लिए अराजकता की ओर धकेलने से गुरेज नहीं कर रहे हैं, यह खतरनाक स्थिति है, जिसे रोका जाना चाहिये।

उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसीयों की रिपोर्ट है कि इस्लामिक जिहादी संगठन देश में निज़ाम ए मुस्तफ़ा कायम करना चाहते हैं। पीएफआई जैसे आतंकी संगठन के सूत्रों से भी ऐसी ही रिपोर्ट मिली हैं। 

 उन्होंने भाजपा नेतृत्व से प्रश्न किया कि नूपुर शर्मा के कथन की जांच मुस्लिम विद्वानों से क्यूँ नहीं कराई गयी और इसी सन्दर्भ में टी. राजा ने जो कहा हम सब ने वो वीडियो देखी है, क्या कोई कह सकता, उन्होंने उसमें किसी का नाम लिया, नहीं । 

उन्होंने आरोप लगाया कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असादुदीन ओवैसी तेलंगाना में 1938 के रजाकारों द्वारा किए हिन्दू नरसंहार जैसे स्थिति उत्पन्न करना चाहते हैं, इसीलिए उन्होंने सरकार पर दबाब बना कर हैदराबाद की सड़कों पर फसाद करने वाले 90 दंगाई मुसलमानों को छुड़वा कर टी. राजा की गिरफ्तारी कराई है।

 उन्होंने प्रश्न किया कि एक समाज हिन्दू मान बिंदुओं का सम्मान नहीं करता तो हिन्दू नेताओं या समाज की क्या बाध्यता है कि वह किसी पंथ के मुखिया या उस समाज का सम्मान करे, जो उनके पंथ को ना मानने वालों के सर कलम करने की बात करें।

 उन्होंने आगे कहा कि क्या देश का बहुसंख्यक समाज कायर है नहीं, किन्तु हम बाध्य है क्योंकि यह शहर, यह प्रदेश, यह देश हमारा है और यहां किसी भी अशांति ना हो, यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है, किन्तु कब तक ? इसकी सीमा तय करनी होगी।

 कुछ राजनैतिक दल व राज्य सरकारे मुस्लिम तुष्टीकरण कर रहे हैं और  भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व की जेहादियों के सम्बन्ध में पलायनवादी नीति का अनुपालन कर रहा है, परिणाम है कन्हैयालाल व अन्य निर्दोष हिन्दुओं की हत्या ।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि शासन जानता है कि विगत समय हुई घटनाओं के कारण हिन्दू विशेषकर युवा अत्यंत आक्रोशित है, शासन को इस सम्पूर्ण स्थिति की मीमांसा कर कारगर समाधान खोजना होगा, अन्यथा देश के हालात 1946 जैसे होते जा रहे हैं ।![Screenshot_2022-08-27-13-33-57-54_99c04817c0de5652397fc8b56c3b3817.jpg](https://images.wortheum.news/DQma5rgrJu9WmmuiQWreBCc7BxquwUTjrn1JnQLxyMV1DRR/Screenshot_2022-08-27-13-33-57-54_99c04817c0de5652397fc8b56c3b3817.jpg)