अमेर‍िका में पढ़ेगी लखनऊ की कश‍िश, पांच साल की उम्र में छूटा पिता का साथ तो मां ने बढ़ाया हौसला

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पांच साल की थी, तब पिता का साथ छूट गया था। मां ने संभाला। संघर्ष हर कदम पर था, पर बिटिया पढ़ने में आगे थी। सीमित संसाधनों में भी मेहनत के दम पर कशिश ने 'सफलता की पढ़ाई' की और 10वीं के साथ ही अमेरिकी छात्रवृत्ति की परीक्षा उत्तीर्ण की। अब वह 11वीं की पढ़ाई के लिए अमेरिका जा रही है।गोमतीनगर में विशालखंड की रहने वाली कशिश ने इसी साल 10वीं की परीक्षा 88 फीसद अंकों के साथ उत्तीर्ण की। कशिश इस समय स्टडी हाल स्कूल में पढ़ रही है। इससे पहले वर्ष 2009 में प्रेरणा गर्ल्स स्कूल में प्रवेश लिया था। इस स्कूल में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे पढ़ते हैं। कशिश ने मेहनत से प्रेरणा स्कूल से निकलकर वर्ष 2012 में स्टडी हाल स्कूल में प्रवेश लिया।पिछले साल अगस्त में स्कूल से कशिश को अमेरिकी स्कालरशिप की जानकारी मिली, जिसकी स्कूल में तैयारी भी कराई गई। उसने आनलाइन परीक्षा दी। इसमें देशभर से बच्चों ने प्रतिभाग किया था। अब वह सात अगस्त को यूएस स्टेट डिपार्टमेंट के कैनेडी लुगर यूथ एक्सचेंज एंड स्टडी प्रोग्राम के तहत अमेरिका जाएंगी। अमेरिका के सेंट लुईस शहर में पार्क साउथ हाईस्कूल में वह 11वीं की पढ़ाई करेंगी। एक साल तक अमेरिकी स्कालरशिप में वह अमेरिका में रहेगी।

कशिश की अंग्रेजी बहुत अच्छी है। इसकी वजह से उसने स्कालरशिप की परीक्षा में लिखित और मौखिक दोनों में अच्छा प्रदर्शन किया। कशिश 12वीं के बाद कामन ला एडमिशन टेस्ट (क्लैट) की तैयारी करना चाहती है। इसके बाद न्यायिक सेवा में जाने की इच्छा है। मां शशि यादव पति दिलीप यादव निधन के बाद हर मुश्किल से डटकर लड़ीं। वह बच्चों की जरूरतें पूरी करने के लिए स्वयं सहायता समूह से जुड़कर काम करती हैं। कशिश तीन बहनें हैं। एक बहन 11वीं में और दूसरी नौंवी में है।04_08_2022-scholarship_to_kashish_22952053_163138824.jpeg