गुलामी के दहलीज पर खड़े दलितों के लिए संदेश।

in #up10 months ago

आप लोगों को ये एहसास नहीं होगा पर आप 2024 के बाद दोबारा अपनी राजनीतिक स्वतंत्रता खोकर गुलाम वोटर बनने वाले हो।
वजह है, कांग्रेस और सोशल मीडिया।
आज कल किसी भी दलित से बात करो उसके पास एक नई थ्योरी है कि इस बार बसपा को वोट नहीं देंगे बसपा की जगह कांग्रेस को देंगे, क्योंकि बसपा को वोट दिया तो बीजेपी जीत जाएगी और बीजेपी जीती तो संविधान बदल देंगे वो।
आप लौट कर सवाल करिए कि कैसे संविधान बदल देगी, क्या प्रक्रिया होती है संविधान बदलने की तो बताने के लिए हवा हवाई बातों के अलावा 2 पॉइंट ढंग के नहीं होंगे। जबकि सच ये है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलितों के लिए खतरनाक है, बीजेपी से कहीं ज्यादा कांग्रेस।
2018 विधानसभा चुनाव के बाद छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनी।
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में दलितों का आरक्षण 16% से 12% कर दिया, मध्यप्रदेश में 18 महीने की सरकार में अनुसूचित जाति के आरक्षण पर कैप लगा दिया मतलब SC का कोई लड़का टॉप करेगा तो भी जनरल में नहीं जाएगा वो SC में ही रहेगा अर्थात मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने सवर्णों को 50% आरक्षण दे दिया। राजस्थान में कांग्रेस के राज में दलित घोड़ी पर बैठ कर बारात नहीं निकाल पाते, मूंछे नहीं रख पाते, आपकी बहु बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है, 2 अप्रैल के केस कांग्रेस ने बापिस नहीं लिए।
पर आप लोगों को कांग्रेस के ये कुकर्म नहीं दिखेंगे, आपके अधिकारों को खत्म करती कांग्रेस नहीं दिखेगी क्योंकि कांग्रेस के दलाल दलित नेताओं और कांग्रेस के सोशल मीडिया पर मौजूद दलाल पत्रकारों ने आपको ये बातें पता ही नहीं चलने दीं और आपको गुलाम बनाने का नया तरीका निकाला है कि "हमें संविधान बचाना है तो कांग्रेस को वोट देना पड़ेगा, बीजेपी को हटाना पड़ेगा"।
और आप लोग समझ ही नहीं पा रहे कांग्रेस के बहकावे में आ कर अपना घर बसपा को खत्म करने पर उतारू हो रहे हो, वो बसपा जिसने आपको आत्मसम्मान दिया, आपको इज़्ज़त दिलाई, जो लोग आपको अपने बगल में खड़े नहीं होने देते थे वो आपके पैर छू रहे हैं, क्यों...? क्योंकि आपके पास अपना घर है बसपा। और वे लोग आपकी इज़्ज़त तब तक करेंगे तब तक बसपा है, ध्यान रखना बसपा के खत्म होते ही आपसे ही दरी विछवाई जाएगी, आपको ही झंडा उठवाया जाएगा मंच पर तो छोड़ो मंच के पीछे आपको खड़े होने को जगह नहीं मिलेगी।
कांग्रेस के दलाल नेताओं से केवल 2 सवाल पूछिए की क्या वे बसपा की तरह प्राइवेट सेस्टर में आरक्षण देंगे..?
प्रमोशन में आरक्षण देंगे...?
बसपा की तरह सरकारी ठेकों में आरक्षण देंगे...?
उनका जवाब ना में है, विश्वस नहीं है तो उनका इस बार का घोषणा पत्र पढ़ लो, साफ समझ आएगा आपको गुलाम बनाने की पूरी तैयारी है।
इसी कांग्रेस ने बाबा साहब को संसद जाने से रोका, और तो छोड़ो बाबा साहब के मरने के बाद दिल्ली में उनकी समाथी बनाने की भी जगह नहीं दी, बाबू जगजीवन राम को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया। आप संविधान बचाने की बात करते हैं तो मै तो राजनीति विज्ञान से रिसर्च स्कॉलर हूँ, आप किसी ऐसे से बात करके देखिए जिसे थोडी बहुत भी संविधान की समझ होगी वो आपको बताएगा कि 72वे संविधान संसोशन से कांग्रेस ने बाबा साहब के संविधान को लगभग खत्म ही कर दिया था।
याद रखिये संविधान को जितना खतरा बीजेपी से है उससे कहीं ज्यादा कांग्रेस से है।
और इन्हें लगता है की कांग्रेस को वोट देने से बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी उन मूर्खो को बताओ कि यही सोच से 2018 में मध्यप्रदेश में आप लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया और कांग्रेस के लोग बीजेपी में शामिल हो गए और लौट के सरकार बीजेपी की ही बनी।
आपका कांग्रेस को दिया हर वोट बीजेपी को ही जायेगा 2018 कि तरह।
इसलिए समय है अपने घर बसपा को बचाइए, हां मैं मानता हूं आपकी बसपा से तमाम शिकायतें होंगी, बहिन जी से नाराजगी होगी पर अपने माता पिता से नाराजगी के कारण पड़ोसी को बाप नहीं बोला जाता।
ध्यान रखना जैसे मुसलमानों को कांग्रेस ने बीजेपी का डर दिखा दिखा कर अपना गुलाम वोटर बना लिया और जो मुसलमान एक समय देश पर राज करते थे नबाब थे वे आज पंचर की दुकान चला रहे हैं ऐसे ही कांग्रेस आपको गुलाम बनाएगी। अभी समय है जैसा भी है अपना घर अपनी बसपा को वोट दीजिए उसे जिंदा रखिए, भले बसपा प्रत्याशी जीत नहीं रहा हो तब भी बसपा को वोट दो क्योंकि बसपा को वोट देने का मतलब केवल जीतना नहीं बल्कि सामाजिक समानता की लड़ाई जिंदा रखना है।