अग्रिवीर सेना भर्ती रैली में अफसरों की सख्ती से पकड़ा फर्जीवाडा
मुजफ्फरनगर। नगर के स्पोर्ट्स स्टेडियम में तीन मंडलों के 13 जनपदों के लिए हो रही अग्निपथ स्कीम की अग्निवीर सेना भर्ती रैली के दौरान व्यवस्था पूरी तरह से सख्त है। ऐसे में अग्निवीर की परीक्षा की कसौटी पर खुद को आंकने के लिए आ रहे युवाओं में फर्जीवाडा भी खूब सामने आने लगा है। पिछले दो दिनों की भर्ती के दौरान फर्जी प्रवेश पत्र और फर्जी आधार कार्ड के साथ ही गलत शैक्षिक दस्तावेज के मामले सामने आने पर सैन्य अफसरों ने अपनी जांच पड़ताल की निगाह को और सतर्क कर दिया है। ऐसे में आर्मी इंटेलिजेंस पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है और पुलिस-प्रशासन ने भी अपनी खुफिया टीमों को निगरानी का दायरा सख्त करने के लिए तैनात कर दिया है। इसके साथ ही नशीली दवाईयों और इंजेक्शन तक युवा अभ्यर्थियों की पहुंच आसान होने की चर्चाओं के बीच सभी टीमों को सक्रिय बना दिया गया है। हालांकि इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई, लेकिन कई युवाओं को फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया है और इसके बाद ही सख्ती और भी ज्यादा बढ़ा दी गयी है। आसपास के जनपदों में इन फर्जी दस्तावेजों को तैयार करने की जानकारी पुलिस-प्रशासन और सैन्य अफसरों को मिली है, लेकिन इसके लिए खुफिया तौर पर काम शुरू कर दिया गया है, जबकि अफसर इससे इंकार कर रहे हैं।
जनपद में पहली बार इतने बड़े स्तर पर थल सेना भर्ती का आयोजन किया गया है। मंगलवार से शुरू हुई यह भर्ती 21 दिनों तक चलेगी। 10 अक्टूबर को भर्ती प्रक्रिया समाप्त होगी। इस दौरान पुलिस प्रशासन के साथ ही सैन्य बलों के अफसर पूरी मुस्तैदी के साथ सतर्क निगाह बनाये हुए हैं। सूत्रों के अनुसार भर्ती रैली शुरू होने के साथ ही फर्जीवाडा करने वाले और दलाल टाइप लोग भी सक्रिय हो चुके हैं। सेना भर्ती में बुधवार को हापुड़ जनपद की तीन तहसीलों के युवाओं ने अपनी किस्मत को आजमाया, गुरूवार की सुबह रामपुर, टांडा, मिलक, बिलासपुर, शाहाबाद व स्वार तहसीलों के युवा भर्ती में अपनी किस्मत आजमायेंगे।
बताया गया है कि इस दौरान बड़े स्तर पर हाइट चैक के दौरान अभ्यर्थी मानक पूरे नहीं कर पाये और उनको कम हाइट के कारण विफल करार दिया गया। इसके साथ ही दस्तावेजों की जांच पड़ताल में भी बड़ा फर्जीवाडा सामने आ रहा है। कुछ ऐसे भी अभ्यर्थी पकड़े गये हैं, जो फर्जी प्रवेश पत्र लेकर भर्ती में आये थे। इसके साथ ही कुछ अभ्यर्थियों के पास अलग-अलग नामों के कई आधार कार्ड भी मिले हैं। माना जा रहा है कि यह फर्जी आधार कार्ड के सहारे भर्ती में किस्मत आजमाने का प्रयास कर रहे थे। वहीं शैक्षिक दस्तावेजों में भी फर्जीवाडा पकडऩे की खबर है। हालांकि इन सभी चर्चाओं के लिए पुलिस प्रशासन या सैन्य अफसरों की ओर से कोई भी अधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है। अफसरों ने इनको केवल चर्चा बताया है। उनका कहना है कि ऐसा कुछ भी रोकने के लिए सतर्क निगरानी की जा रही है।
जुमे की नमाज को लेकर सुरक्षा की तैयारी: दूसरी ओर सेना भर्ती के लिए यहां आ रहे अभ्यर्थियों के सामान खरीदने के दौरान खुले पैसों अथवा दाम को लेकर विवाद की स्थिति होने पर मौके की संवेदनशीलता को देखते हुए हर छोटी चीज पर सतर्कता बरतने के लिए पुलिस प्रशासन सतर्क है। ऐसे स्थानों पर अलग से पुलिस टीमों को तैनात किया गया है। ऐसे मामले में एसएसपी विनीत जायसवाल ने पुलिस को भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। इसके साथ ही प्रशासन ने जुमे की नमाज को लेकर सुरक्षा की तैयारी की है। अगले 19 दिन चलने वाली इस भर्ती के दौरान 23 और 30 सितंबर तथा 7 अक्टूबर को शुक्रवार रहेगा, जिसके मद्देनजर जुमे की नमाज होगी। बाहर से आ रहे अभ्यर्थियों के मद्देनजर पुलिस प्रशासन इन दिनों में विशेष सतर्कता बरतने की तैयारी में है। सेना भर्ती में अक्सर अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी घटनाओं के मद्देनजर इस बार आर्मी इंटेलिजेंस काफी सक्रिय है। स्थानीय अभिसूचना विभाग के अधिकारियों सहित आर्मी इंटेलीजेंस भर्ती के हर पहलु पर नजर रख रही है। दलालों को दबोचने के लिए आर्मी इंटेलिजेंस ने अपना पूरा जाल बिछा दिया है।
अग्निवीर की अग्निपरीक्षा से कन्नी काट रहे 30 फीसदी युवा: अग्निवीर की वेस्ट यूपी की यहां हो रही पहली भर्ती में पंजीकरण संख्या और उपस्थिति को देखा जाये तो सैन्य अफसरों के सूत्रों के अनुसार करीब 25