बर्डपुर क्षेत्र में जम कर हो रही है खाद कि तस्करी, किसान परेशान

in #up2 years ago

उत्तर प्रदेश सिद्धार्थनगर:IMG_20220708_235956.jpg बर्डपुर व क्षेत्र में भारत नेपाल सीमा खुली सीमा पर कई पगडंडी रास्ते हैं जिनके जरिए खादों की तस्करी की होती रहती है। ग्रामीण इलाकों के गांव से तस्कर बेरोकटोक तस्करी करते रहते हैं क्षेत्र के बर्डपुर, मोहना, चैनपुर, धर्मपुर आदि जगहों पर स्थित खाद की दुकानों से तस्करों को आसानी से 350 से 450 तक खाद मिल जाते हैं। तस्कर खाद को किसी गांव में एकत्रित करते हैं और मौका देख कर भारत से नेपाल पहुंचा देते हैं। नेपाल में ₹800 से ₹1000 तक यूरिया बेची जा रही है। भारत नेपाल की 68 किलोमीटर की खुली सीमा होने के कारण बिना रोक-टोक के लोग इस पार से उस पर आते जाते रहते हैं इस सुविधा का दुरुपयोग तस्कर करते चले आ रहे हैं। मौजूदा समय में नेपाल में यूरिया खाद व डीएपी की तस्करी बढ़ी है। सुबह और शाम होते ही तस्कर खाद की तस्करी शुरू कर देते हैं।ऐसे में एसएसबी की कार्रवाई लगातार जारी है। उसके बावजूद भी तस्कर खुली सीमा का फायदा उठाकर खाद की तस्करी करते हुए देखे जा सकते हैं। किसानों के लिए यह चिंता की बात है कि उन्हें खाद समय से नहीं मिल पाता है। और तस्करों को खाद आसानी से खाद मिल जाता है। जिससे वह नेपाल ले जाकर अधिक दाम में बेचते हैं।
अधिक पैसे के लालच में किसान किसानों का कर रहे हैं शोषण, सरकारी दुकानदार हो प्राइवेट सभी का अधिक से अधिक माल तस्करों को ही दिया जाता है।अगर शी ढ़ंग से निरीक्षण करे तो अभी सब दूध का दूध पानी का पानी अलग हो जाएगा। दुकानदारों के सह पर तस्कर बड़े पैमाने पर आज तस्करी करते हुए देखे जा रहे हैं।आपको बताते चलें कि बर्डपुर व क्षेत्र में भारत नेपाल सीमा खुली सीमा पर कई पगडंडी रास्ते हैं जिनके जरिए खादों की तस्करी की होती रहती है। ग्रामीण इलाकों के गांव से तस्कर बेरोकटोक तस्करी करते रहते हैं क्षेत्र के बर्डपुर, मोहना, चैनपुर, धर्मपुर आदि जगहों पर स्थित खाद की दुकानों से तस्करों को आसानी से 350 से 450 तक खाद मिल जाते हैं। तस्कर खाद को किसी गांव में एकत्रित करते हैं और मौका देख कर भारत से नेपाल पहुंचा देते हैं। नेपाल में ₹800 से ₹1000 तक यूरिया बेची जा रही है। भारत नेपाल की 68 किलोमीटर की खुली सीमा होने के कारण बिना रोक-टोक के लोग इस पार से उस पर आते जाते रहते हैं इस सुविधा का दुरुपयोग तस्कर करते चले आ रहे हैं। मौजूदा समय में नेपाल में यूरिया खाद व डीएपी की तस्करी बढ़ी है। सुबह और शाम होते ही तस्कर खाद की तस्करी शुरू कर देते हैं।ऐसे में एसएसबी की कार्रवाई लगातार जारी है। उसके बावजूद भी तस्कर खुली सीमा का फायदा उठाकर खाद की तस्करी करते हुए देखे जा सकते हैं। किसानों के लिए यह चिंता की बात है कि उन्हें खाद समय से नहीं मिल पाता है। और तस्करों को खाद आसानी से खाद मिल जाता है। जिससे वह नेपाल ले जाकर अधिक दाम में बेचते हैं।
अधिक पैसे के लालच में किसान किसानों का कर रहे हैं शोषण, सरकारी दुकानदार हो प्राइवेट सभी का अधिक से अधिक माल तस्करों को ही दिया जाता है।अगर शी ढ़ंग से निरीक्षण करे तो अभी सब दूध का दूध पानी का पानी अलग हो जाएगा। दुकानदारों के सह पर तस्कर बड़े पैमाने पर आज तस्करी करते हुए देखे जा रहे हैं।