प्रथम राष्ट्रपति के प्रपौत्र ने किया उनकी प्रतिमा का अनावरण

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कुशीनगर 19 सितंबर : (डेस्क) डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा का आवरण उनके प्रपौत्र डॉ. अशोक जाह्नवी प्रसाद ने किया।कार्यक्रम में स्थानीय अधिवक्ताओं ने दी श्रद्धांजलि।ऐतिहासिक व्यक्तित्वों को सम्मानित करने की दिशा में उठाया गया कदम।

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कसया में अधिवक्ता एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भारत के पहले राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा का आवरण उनके प्रपौत्र डॉ. अशोक जाह्नवी प्रसाद ने किया। यह कार्यक्रम स्थानीय वकीलों और समुदाय के सदस्यों की उपस्थिति में आयोजित किया गया, जिसमें डॉ. राजेंद्र प्रसाद के योगदान को याद किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे और उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके कार्यों और विचारों ने भारतीय राजनीति और समाज को गहराई से प्रभावित किया। इस कार्यक्रम में उनकी प्रतिमा का आवरण करना एक श्रद्धांजलि के रूप में देखा गया, जो उनकी विरासत को जीवित रखने का प्रयास है।

कार्यक्रम के दौरान, डॉ. अशोक जाह्नवी प्रसाद ने अपने दादा की उपलब्धियों और उनके जीवन के बारे में उपस्थित लोगों को बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जीवन हमें सिखाता है कि हमें अपने देश की सेवा करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आज के युवा पीढ़ी को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए।

अधिवक्ता एसोसिएशन के सदस्यों ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए कई प्रयास किए। कार्यक्रम में स्थानीय वकीलों ने भी भाग लिया और डॉ. राजेंद्र प्रसाद की महानता पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से न केवल इतिहास को याद किया जाता है, बल्कि यह नई पीढ़ी को प्रेरित करने का भी काम करते हैं।

इस तरह के आयोजनों से समाज में जागरूकता बढ़ती है और लोगों को अपने महान नेताओं की उपलब्धियों के बारे में जानने का अवसर मिलता है। कसया में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल डॉ. राजेंद्र प्रसाद की याद दिलाता है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए एकजुटता और प्रेरणा का स्रोत भी बनता है।

इस प्रकार, अधिवक्ता एसोसिएशन द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसने डॉ. राजेंद्र प्रसाद की विरासत को सम्मानित किया और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया।