फ़र्ज़ी डिप्लोमा सर्टिफिकेट मिलने पर अभ्यर्थी पर रिपोर्ट

in #unnao2 years ago

सितंबर 2021 में कलक्ट्रेट में आपदा विशेषज्ञ पद के लिए भर्ती का विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। संविदा आधारित इस पद के लिए 50 हजार रुपये का मासिक मानदेय निर्धारित है। शैक्षिक योग्यता आपदा प्रबंधन में एक साल का परास्नातक डिप्लोमा अनिवार्य था। विशेषज्ञ पद के लिए करीब 21 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 10वीं, 12वीं और स्नातक में मिले अंकों के जोड़ के आधार पर मेरिट तैयार की गई। जिसमें टॉप पर फतेहपुर की दामपुर रोड धाता की मूल (हाल पता: इनसाइट क्लासेज बी1-65, सेक्टर पी निकट स्वाद चौराहा अलीगंज लखनऊ) निवासी प्रज्ञा सिंह पुत्री रामानंद सिंह का नाम था। इसी कारण प्रज्ञा की नियुक्ति के लिए उनके द्वारा दिए गए शैक्षिक प्रमाणपत्र और डिप्लोमा सत्यापन कराया गया। प्रज्ञा ने डिप्लोमा चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ का दाखिल किया था। सत्यापन कराने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे फर्जी बताया। वहां से आई रिपोर्ट में प्रज्ञा द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रमाणपत्र में दर्ज इनरोलमेंट नंबर रिकार्ड में उपलब्ध न होने की जानकारी दी गई। इससे प्रज्ञा द्वारा फर्जी अभिलेख पस्तुत करने की पुष्टि हुई। इस पर एडीएम (वित्त/राजस्व) ने अभ्यर्थी पर रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए। अपर जिलाधिकारी के आदेश पर दैवीय आपदा लिपिक विजयपाल ने सदर कोतवाली में प्रज्ञा के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने प्रज्ञा के खिलाफ जालसाजी सहित विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट करके जांच शुरू कर दी है।