गंगा से सटी कोली झील में दिखा मगरमच्छ, ग्रामीणों में मचा हड़कंप, पकड़ने का प्रयास जारी
सफीपुर उन्नाव। तहसील क्षेत्र के कटरी इलाके के गांव शेरपुर लोनारी में बुधवार दोपहर करीब गंगा नदी से सटी कोली झील में ग्रामीणों ने एक मगरमच्छ को देखा, जिसके ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। आस पास के लोग बड़ी संख्या में एकत्र हो गये। ग्रामीणों की सूचना पर राजस्व टीम के साथ वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच उसकी खोजबीन शुरू की।
बता दें कि सफीपुर तहसील क्षेत्र के गंगा तलहटी कटरी क्षेत्र के ग्राम पंचायत जमालनगर एहतमाली के मजरा लोनारी में गंगा नदी से सटी कोली झील है। जहां बुधवार को रोज की भांति शेरपुर एवम ऊडनपुरवा के ग्रामीण अपने मवेशी चराने गए थे।दोपहर को अचानक एक विशालकाय मगरमच्छ झील के किनारे आ गया। जिसे देख ग्रामीण डर के मारे चीख पड़े और शोर मचाते हुए जान बचाकर भाग खड़े हुए। मगरमच्छ निकलने की जानकारी अन्य ग्रामीणों को हुई तो वह एकजुट होकर तालाब पर गए। तबतक मगरमच्छ तालाब में तैरता हुआ चला गया। सूचना पर उप प्रभागीय निदेशक संतोष कुमार,वन अधिकारी नीरज कुमार विद्यार्थी के नेतृत्व में 10 सदस्यीय वन कर्मियों की टीम राजस्व लेखपाल सचेन्द्र कुमार के साथ मौके पर पहुंच कोली झील में मगरमच्छ की तलाश शुरू कर दी।
मगरमच्छ को पकड़ने के लिए प्रयास जारी रहा-
वन विभाग कर्मियों ने मगरमच्छ को पकड़ने के लिए उसका मन पसंद भोजन देने का लालच देकर योजना बनाई है ।वन कर्मियों ने नाव से झील में उत्तर कर जाल से मगरमच्छ को पकड़ने का प्रयास किया लेकिन सफलता नही मिली, तो झील के समीप ही जेसीबी की मदद से गढ्ढे खोदकर उसमें पानी भर कर पानी के महाबली को उसकी पसंदीदा मछली माँगूर छोड़ दी, बताते है कि माँगूर मछली मगरमच्छ का मन पसंद भोजन है।उसकी महक से मगरमच्छ खिंचा चला आता है। उप प्रभागीय निदेशक संतोष कुमार ने बताया कि इस बात की बहुत हद तक उम्मीद है की मगरमच्छ अपना मन पसंद भोजन खाने के लिए अवश्य आएगा।मौके पर उपस्थित टीम उसी समय उसे पकड़ने का प्रयास करेगी।