उन्नाव में हाँथ पाँव बंधकर इलाज का वीडियो वायरल

in #uanav2 years ago

यूपी के जनपद उन्नाव के उमा शंकर दीक्षित संयुक्त चिकित्सालय का एक वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे एक घायल के हाथ पाव बंधे है और वह अस्पताल में बेड पर तड़पता दिख रहा है। वीडियो वायरल होते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। जिसके बाद इस मामले में स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने सफाई दी है। अधिकारीयों का कहना है कि मरीज गंभीर रूप से घायल है। वह अपने आप को और अधिक चोट ना पहुंचा दे और उसका समुचित इलाज हो सके इसलिए यह एहतियात बरते गए हैं

  • आपको बता दें की उन्नाव से पुरवा जाने वाली रोड पर दही थाना अंतर्गत दो मोटरसाइकिल की भिड़ंत में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और दो की मौत हो गई थी। घायलों में एक ज्ञात एक अज्ञात था। दोनों को प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसमें अज्ञात व्यक्ति के इलाज के दौरान चिकित्सकों ने हाथ-पांव बांध दिए। घायल के हाथ पांव बंधे हुए तथा उसका तड़पता हुआ वीडियो किसी ने बना लिया। वीडियो वायरल होते ही स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया। इस मामले में जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर पवन कुमार ने सफाई दी है। डॉ.पवन कुमार ने बताया कि मरीज को गंभीर हेड इंजरी थी। जिसके कारण मरीज इरिटेबल हो रहा था। बार-बार इरिटेट होने के कारण वह कई बार मेडिकल स्टोर स्टाफ के साथ भी धक्का-मुक्की कर चुका था। नर्स को धक्का देकर गिरा दिया। वार्ड बॉय के साथ भी झड़प कर दी। एहतियातन घायल के हाथ-पांव बांध दिए गए थे, ताकि उसे बेहतर और समुचित उपचार दिया जा सके, ताकि उसकी स्थित कुछ स्थिर हो। हाथ पर बांधने से पहले भी मरीज को कई तरह की दवाएं और और इंजेक्शन लगाए गए ताकि उसकी हालत स्थिर हो सके। लेकिन हालत में सुधार ना होने और मेडिकल टीम के साथ झड़प और मरीज अपने आप को नुकसान ना पहुंचाएं। इसलिए उसे बांधा गया था।
    जो वीडियो हाथ पैर बांधकर एक इलाज के मरीज का हुआ है वह एक्चुअली उसके हाथ पैरों को बांधा नहीं गया है उसको स्प्लेनटिस किया गया है बैंडेज से स्प्लेनटिस किया गया है वह मरीज को सिर में हेडइंजरी थी बहुत सारी चोट थी और बहुत ज्यादा जब सर में चोट लग जाती है वह लगभग बेहोशी की हालत में लाया गया था और बहुत ही इल्टेबल था उठ उठकर भाग रहा था इधर-उधर पूरे वार्ड में भाग रहा था हमारी जो सिस्टर हैं वह कार्य कर रही थी उनको भी एकआद सिस्टरों को धक्का देकर उसने गिरा दिया है चोट भी लग गई थी सिस्टरों को तो इस तरह के जो सीनियर हेड इंजरी के मरीज होते हैं उनमें यह इल्टबेलती बहुत बढ़ जाती है तो उनको हम लोग जैसे उसका ग्लूकोस ना निकले और कहीं जमीन में गिर ना जाए कोई दिक्कत ना हो तो बैंडेज से उसको स्प्लेनटिस कर देते हैं उसको बांधा नहीं गया है और उसको जो इल्टेबल हो रहा था भाग रहा था बार-बार के लिए हम लोगों ने उसको स्प्लेनटिस करके जो है इंजेक्शन लगाएं जैसे उसका भागना बंद हो जाए और उसकी हालत बहुत गंभीर थी उसको बेहतर इलाज हेतु उचित इलाज हेतु जो है उसको हम लोगों ने 108 एंबुलेंस से हम लोगों ने उसको कानपुर में रिकवर होने के लिए भेजाScreenshot_20220424-184943_WhatsApp.jpg