28 लोगों ने संकल्प पत्र भरकर दी नेत्रदान की सहमति

in #twentey12 days ago
  • 28 लोगों ने संकल्प पत्र भरकर दी नेत्रदान की सहमति
  • 08 सितंबर तक मनाया जाएगा राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा
  • डर व भ्रम के कारण नेत्रदान करने से डरते हैं लोग
  • अभी तक जिले में 235 नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भर चुके

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मंडला:- मानव जीवन अनमोल है और मरने के बाद इस मानव शरीर के किसी अंग से यदि दूसरे को जीवन दान मिल जाए तो इससे बड़ा दान कोई नहीं हो सकता। अंग दान एक ऐसा दान है, जो किसी को नया जीवन दे सकता है। अंग दान की मदद से व्यक्ति कई लोगों को जीने की वजह दे सकता है। यही वजह है कि इसे महादान भी कहा जाता है। वैसे तो अंगदान को लेकर आज भी लोगों के मन में कई सारी भ्रांतियां मौजूद हैं। इसके साथ ही कई लोगों में जागरूकता की भी कमी है। ऐसे में इसके प्रति जागरूकता फैलना के मकसद से हर साल अंगदान, नेत्रदान के लिए जागरूक अभियान भी चलाया जाता है। जिससे लोग आगे बढ़कर ये महादान कर सके।

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जानकारी अनुसार भारत में हर वर्ष 25 अगस्त से 8 सितंबर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जाता है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम द्वारा आयोजित किया जाता है। जिसका उद्देश्य नेत्रदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसके साथ ही लोगों को मृत्यु के बाद आंख दान करने के लिए प्रोत्साहित करना है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सन् 1985 से राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा शुरू किया गया था और तब से हर साल भारत सरकार नेत्रदान के महत्व को बढ़ावा देने के लिये जागरूकता अभियान चला रही है। नेत्रदान को महादान कहा जाता है, क्योंकि इस दान से दृष्टिविहीन लोगों को दुनिया देखने का मौका मिलता है, लेकिन सामाजिक एवं धार्मिक परंपराओं के चलते या डर व भ्रम के कारण लोग नेत्रदान करने से डरते हैं। अभी तक जिले में 235 नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भर चुके है।

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जिला चिकित्सालय मंडला में पदस्थत डीडीपीएम हीरानंद चंद्रवंशी ने बताया कि भारत में अधिकतर लोग कार्निया की खराबी से अपनी आंखों की रोशनी खो चुके हैं, जिसमें कम उम्र के लोग हैं, अगर उन्हें किसी व्यक्ति की स्वस्थ कार्निया दान में प्राप्त हो जाये तो उसकी आंखों की रोशनी पुन: वापस आ सकती है। नेत्रदान संबंधी जागरूकता के लिये मंडला जिले में भी 25 अगस्त से 8 सितंबर तक नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत सभी से अपील की गई है कि वे इस महादान में सहभागी बनते हुए नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भरकर मुत्युपरांत अपनी आंखों की कार्निया दान देकर किसी की खोई हुई रोशनी वापस लाकर मानवता की मिशाल पेश करें। इसके लिए जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से सहायत ले सकते है।

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  • नेत्रदान के लिए जागरूकता शिविर आयोजित

बताया गयास कि विकासखंड नारायणगंज की नवाकुर संस्था ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति पड़रिया द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज के साथ राष्ट्रीय नेत्रदान जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में सीबीएमओ डॉ. अमृतलाल कोल, हीरानंद चंद्रवंशी डीडीपीएम मंडला, डॉ. सुरेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारयाणगंज में जागरूकता नेत्रदान शिविर आयोजित किया गया। जागरूकता शिविर का संचालन नवांकुर संस्था अध्यक्ष राकेश अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम की व्यवस्था संस्था सचिव वीरेंद्र अग्रवाल द्वारा की गई। शिविर में जन अभियान परिषद के मेंटर्स एवं सीएमसीएलडीपी के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन जयकरण चौधरी नेत्र चिकित्सा सहायक द्वारा किया गया। शिविर के अंत में उपस्थित जनों ने नेत्रदान करने के लिए संकल्प पत्र भरकर दिया। इसके साथ ही अन्य लोगों को नेत्रदान करने के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया।

  • संकल्प पत्र के साथ 28 लोगों ने ने दी सहमति

नेत्रदान जागरूकता अभियान के अंतर्गत नारायणगंज समेत जिले के अन्य स्थानों में नेत्रदान के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। अभी तक जिले में 235 नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भर चुके है। इसी के अंतर्गत सोमवार को 28 लोगों ने नेत्रदान के लिए सकंल्प पत्र भरकर महादान की सहमति दी। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणंज में नेत्रदान जागरूकता शिविर के दौरान 10 लोगों ने नेत्रदान किया। जिसमें बबलिया स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक डॉ. सुरेन्द्र सिंह निठारवाल, विजय कुमार मरावी, शिवरात्रि पड़वार, सुरेन्द्र कुमार सोनी, दीपाली बर्मन, कृष्ण कुमार झारिया, वीरेंद्र कुमार अग्रवाल, राकेश कुमार अग्रवाल, दुर्गेश सोनी, निशांत अग्रवाल समेत जिले के अन्य स्थानों से 18 लोगों ने नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भरकर दिया।