Crime: 25 साल पहले रंजिश व गैंगवार में हुआ था तुफैल का कत्ल, मुजाहिद गुड्डू ने किया कोर्ट में सरेंडर

in #tufail2 years ago

20220625_095539.jpgउत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के कुख्यात अपराधी तुफैल अहमद हत्याकांड में आरोपी मुजाहिद हसन खां गुड्डू ने अदालत के सामने आत्मसमर्पण करते हुए सरेंडर कर दिया। आपको बता दें कि कोतवाली बन्नादेवी क्षेत्र स्थित मसूदाबाद चौराहा पर 25 साल पहले रंजिस ओर गैंगवार के चलते कुख्यात अपराधी तुफैल खान की सरेआम हत्या हुई थी। इस मामले में कोर्ट की तरफ से नोटिस जारी किया गया था।अदालत की तरफ से जारी किए गए इसी नोटिस के बाद मुजाहिद गुड्डू ने सरेंडर किया है।

तो वहीं चार महीने पहले ही कोर्ट में आत्मसमर्पण करने वाले हत्यारे मुजाहिद गुड्डू के भाई को अदालत की तरफ से गैर जमानती वारंट जारी किया गया था जिस गैर जमानती वारंट पर मुजाहिद गुड्डू के छोटे भाई खालिद हसन खान को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए जेल की सलाखों के पीछे भेजा था। उसी के बाद से 25 साल पहले हत्या के मामले में मुजाहिद गुड्डू पुलिस को चकमा दे फरार हो गया था। हत्या के मामले में फरार होने के बाद अदालत ने उसके खिलाफ कुर्की नोटिस जारी कर दिया था। मुजाहिद गुड्डू व खालिद हसन उर्फ पप्पू इन दोनों भाईयो पर कोतवाली सिविल लाइंस में हिस्ट्रीशीटर सूची में भी दर्ज हैं।

आपको बताते चलें कि वारदात 21 मई 1997 को अलीगढ़ जिले की कोतवाली बन्नादेवी इलाके के सराय रहमान की है। बन्नादेवी क्षेत्र के सराय रहमान निवासी 26 वर्षीय कुख्यात अपराधी तुफैल अहमद अपने एक साथी के साथ बाइक पर बैठकर जा रहा था। तभी बाइक का पीछा कर रहे कार सवार बदमाशों ने न्यू बस स्टैंड मसूदाबाद के चौराहे के पास बाइक पर बैठकर अपने साथ के संग जा रहे कुख्यात अपराधी तुफैल अहमद पर फायरिंग कर रंजिश ओर गैंगवार के चलते गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। तुफैल अहमद हत्याकांड के इस मामले में पुलिस ने मूल रूप से परौरा थाना बरला हाल बरगद हाउस निवासी मुजाहिद हसन गुड्डू, खालिद हसन उर्फ पप्पू, कोतवाली सिविल लाइंस क्षेत्र के जौहराबाग के अहमद व खालिद के अलावा नई बस्ती के तोतला उर्फ गुड्डू को हत्या के मामले में नामजद किया गया था।

घटना के बाद आरोपी पक्ष की गिरफ्तारी न होने और विवेचना सही न होने का आरोप लगाकर मृतक तुफैल अहमद के भाई चमन खां विवेचना को सीबीसीआईडी के पास ट्रांसफर के लिए ले गए थे। जिसके बाद सीबीसीआईडी ने इन आरोपियों के खिलाफ जांच उपरांत कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई थी। सीबी सीआईडी के द्वारा कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट पर आरोपी पक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तारी स्टे ले आया था। हाईकोर्ट से गिरफ्तार एस्टेट लाने के बाद से ही मामला शांत पड़ा हुआ था। जिसके बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर ही मई महीने में दोनों भाइयों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। हाई कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने खालिद हसन उर्फ पप्पू को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था। जिस मामले में 3 अक्टूबर को सीजेएम न्यायालय ने मुजाहिद गुड्डू के खिलाफ कुर्की नोटिस जारी कर दिए गए थे। हालांकि कुर्की नोटिस जारी होने के मामले में एक खास बात ये भी रही हैं कि मुकदमे में पप्पू की अर्जी पर हाईकोर्ट से स्टे हुआ था।लेकिन मुजाहिद गुड्डू को स्टे में शामिल नहीं किया था।