हनी ट्रैप: संजोग ने गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर डेटिंग एप से फंसाया, होटल में बुलाकर वकील

in #trap3 days ago

कानपुर 17 सितम्बरः (डेस्क)कानपुर में हनी ट्रैप गिरोह का भंडाफोड़: तीन गिरफ्तार, हाईकोर्ट के अधिवक्ता को बनाया शिकार

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हाल ही में कानपुर पुलिस ने एक सोफिस्टिकेटेड हनी ट्रैप स्कीम का भंडाफोड़ किया है, जिसमें एक हाईकोर्ट के अधिवक्ता को शिकार बनाया गया था। इस गिरोह में एक युवती और उसके दो साथी शामिल थे, जिन्हें अब स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।

डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा के अनुसार, घटना तब सामने आई जब अधिवक्ता ने लोकप्रिय सोशल मीडिया डेटिंग ऐप्स टिंडर और बंबल के माध्यम से नैंसी खान नाम की एक महिला से संपर्क किया।

शुरुआत में यह एक सामान्य कनेक्शन था, लेकिन धीरे-धीरे यह
बहुत गहरा हो गया और दोनों के बीच बार-बार मुलाकातें होने लगीं। युवती ने अंततः अधिवक्ता को एक होटल में प्राइवेट मीटिंग के बहाने बुलाया, जहां उसने उसका अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लिया।

घटना के बाद पीड़ित को ब्लैकमेल किया गया और उसकी एसयूवी कार छीन ली गई, जबकि युवती मौके से फरार हो गई। वीडियो के सार्वजनिक होने की धमकी देकर पीड़ित पर 5 लाख रुपये देने का दबाव डाला गया। हालांकि, बाद में उसने पुलिस को सूचित किया, जिससे किडवई नगर क्षेत्र में एक स्टिंग ऑपरेशन चलाया गया, जहां संदिग्धों को रंगे हाथों पकड़ा गया।

आरोपियों की पहचान तनु सिंह (23), सौरभ दत्त (25) और संजोग जैसवाल (26) के रूप में हुई है, जो प्रयागराज के अलग-अलग हिस्सों से हैं। सिंह, जो नैंसी और हर्षिता जैसे कई नकली नाम का इस्तेमाल करती थी, डेटिंग ऐप्स पर अनजान शिकार से दोस्ती करके उन्हें ब्लैकमेल करने का आरोप है।

धमकियों के बावजूद, अधिवक्ता ने अपने गृहनगर प्रयागराज में एफआईआर दर्ज नहीं कराया, क्योंकि वह सामाजिक कलंक से डरता था। यह तब तय हुआ जब कानपुर में मुलाकात के दौरान, जहां सामाजिक दबाव कम महसूस हुए, उसने पुलिस को सूचित करने का फैसला किया, जिससे इस गिरोह का भंडाफोड़ हुआ।

गिरोह का मोडस ऑपरेंडी
पुलिस के अनुसार, गिरोह की महिला सदस्य डेटिंग ऐप्स के जरिए अनजान लोगों से दोस्ती करके उन्हें फंसाती थी। उसके बाद, वह अधिवक्ता को होटल में प्राइवेट मीटिंग के बहाने बुलाती थी, जहां उसका अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जाता था।

इसके बाद, अधिवक्ता को वीडियो के सार्वजनिक होने की धमकी देकर उससे पैसे वसूले जाते थे। गिरोह के अन्य सदस्य खुद को क्राइम ब्रांच और सीबीआई अधिकारी बताकर पीड़ितों को धमकाते थे और उन्हें जेल भेजने की धमकी देते थे। डरे हुए पीड़ित इन धमकियों के आगे झुक जाते थे और पैसे ट्रांसफर कर देते थे, जिन्हें गिरोह के सदस्य आपस में बांट लेते थे।

पुलिस की कार्रवाई
किडवई नगर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बरगदिया चौराहे के पास एक काली एसयूवी कार रोकी। कार में दो युवक और एक युवती सवार थे। कार के चेसिस नंबर के आधार पर पता चला कि यह गाड़ी प्रयागराज निवासी एक अधिवक्ता की है। पुलिस ने अधिवक्ता से संपर्क किया तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया।

अधिवक्ता ने बताया कि एक डेटिंग ऐप के जरिए नैंसी खान नाम की युवती से उसकी मुलाकात हुई थी। युवती ने उसे होटल में बुलाया और वहां उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद, उसकी गाड़ी छीन ली गई और उसे ब्लैकमेल किया गया कि अगर वह पैसे नहीं देगा तो वीडियो वायरल कर दिया जाएगा।

पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश भी की जा रही है। पुलिस ने लूटी गई एसयूवी कार भी बरामद की है।

आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान संजोग जैसवाल, सौरभ दत्त और तनु सिंह के रूप में हुई है। संजोग हरबंश मोहल्ला का रहने वाला है और बीएससी पास है। सौरभ दत्त प्रयागराज का रहने वाला है और पीएचडी का छात्र है। वहीं, तनु सिंह या नैंसी खान के इंस्टाग्राम पर 60 हजार से ज्यादा फॉलोवर हैं।

पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है और आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में अधिवक्ता ने अभी एफआईआर दर्ज नहीं कराई है, लेकिन पुलिस उसकी मदद से गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।