महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे को सुलझाना नहीं चाहते राजनेता - नरेंद्र चपलगांवकर

in #tivari2 years ago

पुणे - राजनेताओं की अब महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे को सुलझाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। पूर्व न्यायाधीश नरेंद्र चपलगांवकर ने मंगलवार (16) को पुणे में एक कार्यक्रम में बोलते हुए राय व्यक्त की कि वह इस समस्या का समाधान नहीं करना चाहते हैं। वर्तमान में सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले बेलगांव, कारवार, निपानी के मराठी नागरिकों पर कन्नड़ भाषा थोपी जा रही है। इस मजबूरी के चलते वहां मराठी भाषियों के साथ घोर अन्याय हो रहा है. इस अन्याय को दूर करने के लिए कम से कम वहां की मराठी भाषा को तो बचाना ही होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि महाराष्ट्र सरकार को इसके लिए कदम उठाने की जरूरत है।वे समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता साथी किशोर पवार फाउंडेशन की ओर से दिए गए पुरस्कार को स्वीकार करने के बाद अभिनंदन का जवाब देते हुए बोल रहे थे। इस समय एस. एम। जोशी फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. जी। जी। पारेख, किशोर पवार फाउंडेशन की अध्यक्ष किरण ठाकुर, उपाध्यक्ष अंकुश काकड़े, सचिव वंदना किशोर पवार,