देश के हज़ारों मनरेगा मज़दूर दिल्ली में क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन
अपनी मज़दूरी का हक मांगने के लिए दिल्ली आई हूं. मनरेगा वाला पैसा समय से नहीं मिलता है. बिहार में मनरेगा वालों को 200 रुपये भी नहीं मिलते, इतने में पेट नहीं भरा जा सकता. 200 रुपये किलो तो तेल हो गया है."
ये शब्द बिहार के अररिया से आईं संजीदा के हैं जो दिल्ली में मनरेगा मज़दूरी बढ़ाने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही हैं.
संजीदा के घर में तीन बेटियाँ हैं. घर चलाने की सारी ज़िम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर है और इस सबके लिए वे मनरेगा पर निर्भर हैं. उन्होंने दिल्ली आने में एक हज़ार रुपये किराए में खर्च किए हैं, ताकि सरकार तक अपनी बात पहुंचा सके.
संसद से करीब दो किलोमीटर दूर देशभर से आए मज़दूरों ने एक मोर्चा लगा रखा है. एक मंच और उसके सामने कई सौ मज़दूर बैठे हैं. मंच से नारा लगता है, 'सही समय पर पूरा काम' तो एक साथ कई सौ मुठ्ठियां उस नारे को पूरा करते हुए कहती हैं 'सही समय पर पूरा दाम'.
हाथों में झंडे लिए सैंकड़ों लोग देश के करीब 15 राज्यों से दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचे हैं. बीच बीच में मंच से कुछ गीत भी सुनाई देते हैं. मंच पर कुछ महिलाओं को भाषण देते हुए भी सुना जा सकता है