डिजिटल युग में करें तकनीक का प्रयोग

बलरामपुर 17 सितंबर : (डेस्क) एमएलके महाविद्यालय में केंद्रीय पुस्तकालय द्वारा लाइब्रेरी ऑटोमेशन पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कार्यशाला का उद्देश्य पुस्तकालयों की बेहतरी के लिए तकनीक का उपयोग करना

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बलरामपुर में एमएलके महाविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय के तत्वाधान में लाइब्रेरी ऑटोमेशन पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य पुस्तकालयों की बेहतरी के लिए तकनीक का उपयोग करना और आधुनिक तकनीकों के माध्यम से पुस्तकालय सेवाओं को सुधारना है।

कार्यशाला में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई, जिसमें पुस्तकालयों में ऑटोमेशन की आवश्यकता, उसके लाभ और कार्यान्वयन की प्रक्रिया शामिल थी। विशेषज्ञों ने बताया कि लाइब्रेरी ऑटोमेशन से पुस्तकालयों में कार्यप्रणाली को सरल और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।

लाइब्रेरी ऑटोमेशन का मुख्य उद्देश्य पुस्तकालयों के दैनिक कार्यों को स्वचालित करना है, जैसे कि कैटलॉगिंग, सर्कुलेशन, और सूचना प्रबंधन। इससे न केवल समय की बचत होती है, बल्कि यह कर्मचारियों को अन्य महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति भी देता है।

इस कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को लाइब्रेरी ऑटोमेशन सॉफ़्टवेयर के उपयोग और उसके लाभों के बारे में जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि इस प्रक्रिया से पुस्तकालयों में सूचना की खोज और पहुंच को आसान बनाया जा सकता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।

इस कार्यक्रम में स्थानीय पुस्तकालय कर्मियों, शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने अपनी समस्याओं और सुझावों को साझा किया। प्रतिभागियों ने लाइब्रेरी ऑटोमेशन के महत्व को समझा और इसे अपने-अपने पुस्तकालयों में लागू करने के लिए प्रेरित हुए।

कार्यशाला का समापन एक प्रश्न-उत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों से अपने संदेहों का समाधान किया। इस प्रकार, बलरामपुर में आयोजित यह कार्यशाला न केवल ज्ञानवर्धन का माध्यम बनी, बल्कि यह पुस्तकालय सेवाओं को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुई।

इस कार्यशाला ने यह स्पष्ट कर दिया कि तकनीक का उपयोग करके पुस्तकालयों की गुणवत्ता और उनके संचालन को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, जिससे अंततः उपयोगकर्ताओं को अधिकतम लाभ मिल सकेगा।