एक शिक्षक, तीन कक्षाएं और 27 छात्र-छात्राएं

in #teacher9 days ago

आजमगढ़ 10 सितम्बरः (डेस्क) पवई क्षेत्र में सरकारी स्कूलों की स्थिति पर चिंता जताई जा रही है। शिक्षा विभाग के दावों के अनुसार, सरकारी स्कूलों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, लेकिन वास्तविकता इससे भिन्न है। पवई के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बेलवाई की स्थिति इस बात का उदाहरण है।

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विद्यालय की वर्तमान स्थिति
बेलवाई विद्यालय में केवल एक शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि विद्यालय में तीन कक्षाएं और 27 छात्र-छात्राएं हैं। यह संख्या दर्शाती है कि एक शिक्षक पर कई छात्रों का बोझ है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में कमी आ रही है।

सरकारी दावों की असलियत
सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर इन योजनाओं का प्रभाव सीमित है। विद्यालय में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जिससे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है।

शिक्षा का महत्व
शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं है, बल्कि छात्रों को एक सक्षम नागरिक बनाना भी है। जब विद्यालयों में सुविधाएं नहीं होंगी, तो छात्रों का समग्र विकास प्रभावित होगा।

समाधान की आवश्यकता
सरकार को चाहिए कि वह शिक्षा के क्षेत्र में अपने दावों को सच्चाई में बदलने के लिए ठोस कदम उठाए। विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या बढ़ाने, बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने और छात्रों के लिए एक सकारात्मक वातावरण बनाने की आवश्यकता है।

इस प्रकार, पवई के सरकारी स्कूलों की स्थिति एक गंभीर मुद्दा है, जिसे तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है।