सुप्रीम कोर्ट का ये फ़ैसला क्या मैरिटल रेप के ख़िलाफ़ लड़ाई को एक क़दम आगे ले जाएगा?
सुप्रीम कोर्ट का ये फ़ैसला बहुत अच्छा है और मैरिटल रेप को लेकर चल रही लड़ाई में ये एक क़दम आगे है-कामिनी जायसवाल, सुप्रीम कोर्ट की वकील
विवाहित महिला भी सेक्शुअल असॉल्ट या बलात्कार की सर्वाइवर हो सकती है. एक महिला उसके पति द्वारा उसकी मर्ज़ी के बिना बनाए गए संबध से गर्भवती हो सकती है. हम पार्टनर द्वारा की गई इस प्रकार की हिंसा की अनदेखी कर देते हैं जो कि एक सच्चाई है और बलात्कार का रूप ले सकती है- सुप्रीम कोर्ट
लाल रेखा
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक मामले की सुनवाई में महिलाओं के लिए गर्भपात कराने के दायरे को बढ़ाते हुए कहा है कि अविवाहित महिला 24 हफ़्ते तक गर्भपात करवा सकती है.
कोर्ट में इस मामले में एक सिंगल महिला ने याचिका डाली थी.
याचिका के मुताबिक़ ये महिला लिव-इन-रिलेशनशिप में थी और उन्होंने अपनी मर्ज़ी से संबंध बनाए थे. लेकिन इस रिश्ते में रहते हुए वे गर्भवती हुईं और फिर कोर्ट में गर्भपात कराने के लिए याचिका दायर की.
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