सरपंच की मनमानी के खिलाफ पंचायत समिति पहुंचे ग्रामीण

in #sumerpur2 years ago

ग्रामीणाें का आराेप.. बांगडी में खसरा नंबर 160 पर सरपंच ने मनमानी कर नया नक्शा पास करवा चहेताें काे दिए पट्टें, ग्रामीणाें में राेष

सुमेरपुर। उपखंड के खिमाडा ग्राम पंचायत के राजस्व गांव बांगडी में खसरा नंबर 160 में सरपंच द्वारा मनमानी करते हुए नियम विरूद्ध कार्य करने पर शुक्रवार काे बडी संख्या में ग्रामीण पंचायत समिति पहुंचे। जहां विधायक जाेराराम कुमावत, प्रधान उर्मिला कंवर एवं बीडीओ साेहनलाल डारा काे ज्ञापन देकर उचित कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में ग्रामीणाें ने बताया कि खसरा नंबर 160 पर वर्ष 1975-76 में पट्टें आवंटित हुए थे जाे पूर्व में खसरा नंबर 86 से जाना जाता था। वर्ष 2000 में तत्कालीन सरपंच ने सूचना जारी करवा 160 खसरा नंबर के पट्टाें की छायाप्रति पंचायत में जमा करवाने के निर्देश दिए। जिसके बाद पट्टाें की मूल नक्शाें से जांच कर पुन: एक-एक प्रति पट्टाधारियो काे दी गई। वर्ष 2009 में तत्कालीन सरपंच ने खसरा नंबर 160 पर मकान बनाने के लिए पट्टा धारियों द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगने पर जारी किया था। वर्ष 2011 में भी सरपंच ने उक्त खसरे पर पट्टें भी जारी किए। लेकिन वर्तमान सरपंच पूजा देवासी ने अखबार में सूचना देकर एक बार फिर खसरा नंबर 160 के पट्टाें की छायाप्रति जमा करवाने के आदेश निकाले। जिसके बाद सभी ने जमा करवाकर पट्टें की प्रतिलिपि भी ले ली। सरपंच की ओर से पट्टा धारियाें काे बिना काेई सूचना या नाेटिस दिए अकस्मात सभी पट्टाधारियाें के निर्माण गिरवा दिए व खसरा नंबर 160 पर नया नजरी नक्शा जाेधपुर से बनवाकर उसे अप्रुव्ड भी करवा दिया व चहेताें काे पट्टें भी जारी कर दिए, जाे नियम विरूद्ध है। ग्रामीणाें ने यह भी आराेप लगाए कि पंचायत मुख्यालय हमेशा बंद रहता है। सरपंच घर से पंचायत का कार्य करती है। ग्राम विकास अधिकारी भी मुख्यालय पर नहीं मिलते है। पिछले 15 माह से ग्राम पंचायत की बैठक भी नहीं हुई। मनरेगा कार्य में अपने चहेताें के नाम लिखकर मनरेगा की मजदुरी जब बैंक खाते में आती है ताे उनसे आधे पैसे वापस वसुल करते है। ग्रामीणाें ने बताया कि पंचायत का संपूर्ण कार्य सरपंच पति देखता है व हस्ताक्षर भी वह स्वयं करता है। ग्रामीणाें ने सरपंच के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन देते समय हितेन्द्रसिंह, सविता, अंशी, शैतानसिंह, प्रतापसिंह, भंवरपुरी, नाथुराम, भीकसिंह, भंवरपुरी समेत अन्य ग्रामीणजन माैजूद रहे।IMG-20220617-WA0081.jpg