सरकारी दुकानों पर सभी प्रकार के बीज उपलब्ध नहीं
प्राइवेट दुकानों से बीज खरीदने को मजबूर हैं किसान
धन की नर्सरी डालने का काम शुरू, किसान परेशान
स्थानीय राजकीय बीज भण्डार से धान की नर्सरी डालने के लिए किसान धान का बीज खरीदना शुरू कर दिए हैं, लेकिन कुछ किसानों के मनमाफिक धान केन्द्र पर न उपलब्ध रहने के कारण बाजार से अधिक रेट में खरीद रहे हैं। सभी प्रकार के बीच सरकारी बीज भण्डार पर उपलब्ध नहीं है।
धान की नर्सरी डालने का समय शुरू हो गया है। किसान मई के अन्तिम सप्ताह से लेकर जून के पहले सप्ताह तक धान की नर्सरी डालते हैं। राजकीय बीज भण्डार कुड़वार पर सियाट्स,सीएसआर,पन्त24,एनडीआर2065, सीओ51,मंसूरी,सांभा मसूंरी की प्रजातियां मौजूद है। जो 40 से 45 रू प्रति किग्रा के हिसाब से है। केन्द्र प्रभारी इन्द्रजीत वर्मा ने बताया कि मंसूरी धान पर 13रु प्रति किलोग्राम छूट मिलेगी और शेष प्रजातियों पर 50 प्रतिशत की छूट मिलेगी। छूट खतौनी को आधार के साथ लिंक करवाने पर खाते में भेजी जायेगी। प्रभारी ने बताया कि अभी तक लगभग 125 किसानों ने करीब सोलह कुन्तल धान खरीदा है। इसके अलवा जो किसान और अच्छी प्रजाति जेसे पायनियर, काला नमक, कनकजीर, दामिनी, बासमती जैसे प्रजातियों की नर्सरी डालना चाह रहे हैं वे प्राइवेट दूकानों पर 250 से 300रू प्रति किग्रा के हिसाब से बीज खरीद रहे हैं। सहायक विकास अधिकारी कृषि ने बताया कि हर वर्ष की भांति प्राइवेट दुकानदार की सहमति पायनियर धान के लिए छूट पर बन सकती है लेकिन अभी समय लग सकता है।