करोड़ों का चीनी गोदाम एक बारिश भी नहीं सह सका
फर्रुखाबाद 09 सितम्बरः(डेस्क)कायमगंज में हाल ही में बने चीनी गोदाम की गुणवत्ता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। यह गोदाम करोड़ों की लागत से निर्मित किया गया था, लेकिन पहली बारिश में ही इसकी स्थिति खराब हो गई।
जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने शनिवार को गोदाम का निरीक्षण किया और पाया कि गोदाम में जगह-जगह सीपेज हो रहा है, जिससे गोदाम में रखी चीनी भीग गई है।
निरीक्षण का विवरण
डॉ. वीके सिंह ने निरीक्षण के दौरान पाया कि गोदाम का निर्माण मानक के अनुसार नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है, क्योंकि इस तरह की लापरवाही से न केवल सरकारी धन का अपव्यय होता है, बल्कि किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ता है। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी कायमगंज, चीनी मिल के जनरल मैनेजर और अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद थे।
कार्यदायी संस्था पर कार्रवाई
डीएम ने कार्यदायी संस्था का भुगतान रोकने का आदेश दिया है, जब तक कि सभी निर्माण कार्यों को सही नहीं किया जाता। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गोदाम की मरम्मत की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों।
किसानों की चिंता
किसान समुदाय इस घटना से चिंतित है, क्योंकि गोदाम में रखी चीनी का भीगना उनके लिए आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है। किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
भविष्य की योजनाएँ
इस घटना के बाद, प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है कि भविष्य में सभी निर्माण कार्य मानकों के अनुसार हों। इसके लिए एक निगरानी समिति का गठन किया जाएगा, जो निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की नियमित जांच करेगी।
निष्कर्ष
कायमगंज के चीनी गोदाम की स्थिति ने एक बार फिर से सरकारी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिलाधिकारी का यह कदम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह किसानों के हितों की रक्षा करे और सुनिश्चित करे कि सरकारी धन का सही उपयोग हो।