गाजियाबाद:7साल की उम्र में व्योम त्यागी ब्लैक बेल्ट बन गए थे,देश के लिए मेडल लाने का सपना देखते हैं

in #sports2 years ago

गाजियाबाद :सिर्फ 7 साल की उम्र में वह ब्लैक बेल्ट बन गए थे, 7 साल की उम्र में देश के लिए मेडल लाने का सपना देखते हैं।
7 साल की उम्र में बच्चे टीवी देखते हैं कार्टून का शौक रखते हैं यह कुछ बच्चों को खाने का शौक होता है लेकिन वह 7 साल की उम्र के बाद जागी को देश के लिए मेडल लाने का सपना है इतनी छोटी उम्र में ताइक्वांडो में दर्जनों मेडल हासिल कर चुके हैं।
व्योम त्यागी की फुर्ती ऐसी है क्या आपको ब्रूस ली की याद आ जाए आएगी। इस नन्ही सी उम्र में उनका जो जज्बा है देश के लिए मेडल लाने का वह देखते ही बनता है।
हाल ही में लखनऊ में आयोजित केंद्रीय विद्यालय संभागीय प्रतियोगिता 41 किलो भार वर्ग में व्योम त्यागी ने रजत पदक जीता है। इस दुनिया में देश के कोने-कोने से केंद्रीय विद्यालय के छात्रों ने हिस्सा लिया था। यानी यह जितनी आसान नहीं थी भी उनके लिए सैकड़ों विद्यार्थियों के बीच से उन्होंने यह मेडल हासिल किया।
व्योम के पैरंट्स ने बताया कि व्योम 3 से 4 घंटे की डेली प्रैक्टिस करता है अपने आप को मजबूत बनाने के लिए।
उन्होंने यह भी बताया शुरू शुरू में हम को डर लगता था इंजरी होने का भी डर था पर वह धीरे-धीरे यह डर उसका खत्म हो गया और जुनून बन गया।
व्योम ने यह भी बताया कि एरन कुक फेवरेट खिलाड़ी हैं, जिनकी खेलने के तरीके से व्योम को काफी कुछ समझने को मिलता है.Screenshot_2022-09-08-15-59-53-18_99c04817c0de5652397fc8b56c3b3817.jpg

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