17 की उम्र में चढ़ा था शूटिंग का जनून, अब कैनेडा में लगाएगी निशाने

in #sports2 years ago

17 की उम्र में चढ़ा था शूटिंग का जनून, अब कैनेडा में लगाएगी निशाने
-शूटिंग सीखने रोज 40 किलोमीटर दूर जाती थी मनप्रीत, पिता ने दी हौंसलो को उड़ान तो पंख लगा उडऩे लगी-
-अंर्तराष्ट्रीय ट्रायल में हो चुका चयन, हैबिटेट सैंटर में बत्तौर शूटिंग कोच दे रही सेवाए-
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फिरोजपुर

        दिल में किसी मुकाम को पाने का जनून लग जाए तो मंजिल खुद-ब-खुद उसकी तरफ दौड़ी चली आती है। ऐसा जनून 22 वर्षीय शूटिंग कोच मनप्रीत कौर बराड़ पर भी चढ़ा है। पिता के नक्शे कदम पर चलकर पढ़ाई के साथ-साथ शूटिंग में अब तक अनेको मैडल हासिल कर चुकी मनप्रीत कौर विश्व में भारत का नाम रोशन करना चाहती है। मई 2023 में ओंटेरियो में आयोजित कैनेडियन ग्रैंड प्रिक्स कम्पीटिशन में उसका चयन हो चुका है।  इससे पहले वह गोवा में सम्पन्न हुई यूथ नैशनल गेम्स में 10 मीटर एयर पिस्टल मेें गोल्ड मैडल, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में इंटर कॉलेज  25मीटर में ब्राऊंज मैडल जीतने के साथ-साथ इंटरनैशनल ट्रायल्स के लिए चयनित हो चुकी है। मनप्रीत शूटिंग में इतनी माहिर है कि आंख बंद करके भी निशाना लगा लेती है।
   मनप्रीत ने बताया कि उसके पिता बलकरण सिंह बराड़ खेतीबाड़ी के अलावा बिजनैसमेन है, जोकि खुद भी गन शूटर है। उनकी प्रेरणा से पहली बार 2017 में जब वह दसवी में पढ़ती थी तो रोजाना अपने घर जिला फरीदकोट जैतो के गांव बिशनंदी से 40 किलोमीटर का सफर तय कर बठिंडा में शूटिंग की कोचिंग लेने जाती थी। उसके बाद गांव बादल में दशमेश गल्र्स स्कूल में गयारहवी के दौरान उसे अंर्तराष्ट्रीय कैप्टन रामलाल डोगरा और इंस्पैक्टर मैडम वीरपाल ने कोचिंग दी। इस दौरान उसने जिला, स्टेट व नैशनल लेवल पर कई गोल्ड मैडल जीते तो उसके हौंसलो को पंख लगे और उसने उड़ान भरनी आरम्भ की।
      बार्डर रोड़ स्थित हैबिटेट सैंटर में बत्तौर शूटिंग कोच नियुक्त मनप्रीत बताती है कि बड़ो के आर्शीवाद के फलस्वरूप ही वह इस मुकाम को हासिल कर पाई है। उसने बताया कि जब वह शूटिंग रेंज में होती है तो अर्जुन की भांति उनका निशाना भी चिडिय़ा की आंख में ही होता है। उसने कहा कि प्रैक्टिस के दौरान कई मुश्किलो का सामना करना पड़ा, लेकिन उसने हिम्मत ना हारी। बड़ो के आर्शीवाद और दृढ़ निश्चय के साथ वह आगे बढ़ती गई। मनप्रीत का लक्ष्य ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीतना है। उसने बताया अभिभावको ने कभी भी उसके लक्ष्य में बाधा नहीं बनने दी।
    शूटर मनप्रीत कौर बराड़ की माता शिंदरपाल कौर गृहणि तथा छोटा भाई परमेश्वर सिंह बराड़ गे्रजुएट का विद्यार्थी है, जबकि बहन विदेश में रहती है। मनप्रीत स्वयं शूटिंग के साथ-साथ गांव बादल के दशमेश गल्र्स कॉलेज से मास्टर डिग्री कर रही है।
  बेटियो के नाम संदेश देते हुए मनप्रीत कौर ने कहा कि 21वीं सदी के युग में बेटिया हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि खेलो में भी बेटिया ही देश का नाम रोशन कर रही है। महिलाओ को चाहिए कि वह शिक्षा, विज्ञान, तकनीक के साथ-साथ खेलो के क्षेत्र में आगे आकर देश का नाम रोशन करे ताकि बेटियो को हर जगह सम्मान मिल सके।
   मनप्रीत कौर बराड़ ने कहा कि सीमावर्ती जिला फिरोजपुर में उन्हें खेल विभाग के पूर्व डिप्टी डॉयरैक्टर सुनील शर्मा, शिक्षाविद्व डा. अनिरूद्ध गुप्ता, हैड स्पोर्टस अजलप्रीत शर्मा, डिप्टी डॉयरैक्टर मनजीत ढिल्लो ने विशेष सहयोग दिया है।
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