एक साइन ना होने के कारण अटका पति का मृत्यु प्रमाण पत्र, 60 वर्षीय विधवा काट रही चक्कर

in #sojatroad2 years ago

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राजस्थान सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। ग्रामीणों तक सरकारी योजनाएं पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा प्रशासन गांवों के संग अभियान भी चलाए जा रहे है। लेकिन मारवाड़ तहसील के मुसालिया गांव में एक विधवा पिछले करिब चार महीनों से अपने पति के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ग्राम पंचायत के चक्कर लगा रही है, लेकिन जिम्मेदारों के गेरजिम्मेदाराना रवैये के कारण 60 वर्षीय विधवा को ना तो विधवा पेंशन ओर ना ही खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ मिल पा रहा है । दरअसल मुसालिया गांव के घनश्याम सोनी के पेर में इन्फेक्शन के चलते काफी समय से बीमार थे। जिनका अहमदाबाद में उपचार चल रहा था। उपचार के दौरान घनश्याम सोनी की स्थिति में सुधार ना होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। जिसक बाद वापसी में मुसालिया आते समय रास्ते में घनश्याम सोनी की मृत्यु हो गयी थी। जिनका दाह संस्कार मुसालिया में किया गया था। तब से घनश्याम सोनी की 60 वर्षीय विधवा इन्द्रा देवी अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने हेतु निरन्तर ग्राम पंचायत के चक्कर काट रही है। लेकिन ग्राम विकास अधिकारी नें इंद्रादेवी को पहले तो मृत्यु प्रमाण पत्र मुसालिया में नही बनने का कहकर टरका दिया। जिसके बाद वापस जाने पर गवाह लाने को कहा, फिर स्टांप पर शपथ पत्र देने को कहा इंद्रा देवी द्वारा सभी कागजात पूरे करने के बाद भी ग्राम विकास अधिकारी द्वारा साइन नही करने के कारण मृत्यु प्रमाण पत्र बन नही पाया है। एसे में राजस्थान सरकार द्वारा जनहितार्थ चलाई जा रही योजनाएं ग्रामीणों के लिए मृग तृष्णा बनी हुई है।

60 वर्षीय विधवा काट रही ग्राम पंचायत के चक्कर
मुसालिया निवासी मृतक घनश्याम सोनी के मृत्यु प्रमाण पत्र पर ग्राम विकास अधिकारी के साइन करवाने के लिए उनकी साठ वर्षीय विधवा पिछले चार महीनो से ग्राम पंचायत के चक्कर काट रही है। लेकिन कभी ग्राम विकास अधिकारी द्वारा साइन ना करने के कारण मृत्यु प्रमाण पत्र का मामला अटका हुआ है।

खाद्य सुरक्षा व विधवा पेशंन अटकी
घनश्याम सोनी की मृत्यु के बाद उनकी साठ वर्षीय विधवा को घर चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एसे में मृत्यु प्रमाण पत्र नही मिलने के कारण इंद्रादेवी को खाद्य सुरक्षा योजना व विधवा पेंशन योजनाओं का लाभ भी नही मिल पा रहा है।