पानी का अभाव पनपने से पहले ही जल ग्ए पौधे

in #sojatroad2 years ago

IMG-20220524-WA0011.jpgजल संकट के दौरा में पानी का अभाव में मानव जीवन तो त्रस्त हो ही रहा है वरन पेड़ पौधे भी बीना पानी के दम तोड़ रहे है। कस्बे के निकटवर्ती सियाट स्थित वन विभाग नर्सरी में इस बार वितरण के लिए तैयार हो रहे पौधों को पानी के अभाव में बचाए रखना वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। नर्सरी में इस समय वितरण व वन विभाग के लिए 60000 छायादार पौधे तैयार करने का लक्ष्य है। इसके अलावा नर्सरी में इस बार 245000 ओषधिय पौधे भी तैयार किए जाने है। पानी के अभाव के चलते वन विभाग में इन पौधों को बचाने के लिए रोजाना चार टंकी पानी मंगवाया जा रहा है। ओर फव्वारे की मदद से पौधों को पानी पिलाकर सुखने से बचाने का जतन किया जा रहा है। नर्सरी इंचार्ज नें बताया कि जलदाय विभाग से आने वाली पाइप लाइन से काफी समय से पानी नही मिलने व तेज गर्मी के कारण अबतक लगभग 6000 ओषधिय पौधे सुख चुके है। हालांकि विभाग द्वारा पर हरा कपड़ा लगाकर तेज धूप से बचाने के जतन किए ग्ए लेकिन ये प्रयास ना काफी निकले।

ओषधिय पौधे बचाना बना चुनौती
वन विभाग का इस बार 245000 ओषधिय पौधे तैयार कर वितरण करने का लक्ष्य है। जिनमें कालमेघ, तुलसी, नीम गिलोय, आश्वगंधा आदी पौधे शामिल है। लेकिन पानी का अभाव व तेज धूप के चलते सुख रहे पौधे को बचाना वन विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है।

रोजाना चार टंकी पानी से पौधों को बचाने का जतन
सियाट स्थित नर्सरी में इस बार जुलाई माह में वितरण के लिए तैयार हो रहे पौधों को गर्मी व धूप से बचाने के लिए विभाग द्वारा भरसक प्रयास किए जा रहे है। पौधों को सुखने से बचाने लिए रोजाना चार टंकी पानी मंगवाया जा रहा है। व फव्वारों द्वारा दिन में दो बार पौधों को पानी पिलाया जाता रहा है।

पानी के अभाव व तापमान ज्यादा होने के कारण लगभग 6000 पौधे सूख चुके है। पौधों को बचाने के लिए रोजाना चार टंकी पानी मंगवा कर सुबह शाम पौधों को पानी पिलाया जा रहा है।
ओमप्रकाश
नर्सरी इंचार्ज

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