रौजा के देवबंदी-बरेलवी प्रकरण में प्रशासन का दो टूक पुरानी परंपरा ही रखनी होगी कायम
संतकबीरनगर।
महुली थाना क्षेत्र के ग्राम रौजा में पिछले दिनों ईदगाह और मस्जिद में नमाज अदा करने को लेकर एक ही समुदाय के दो संवर्गों में चल रही रस्साकसी पर फिलहाल प्रशासनिक हस्तक्षेप ने विराम लगा दिया है। समूचे प्रकरण को इबादत में नजाकत की संज्ञा देते हुए एसडीएम धनघटा ने रौजा के ईदगाह और मस्जिद पर नमाज पूर्व की परंपरा के अनुसार ही संपन्न होगी। बताया जाता है कि ईद और बकरीद के पर्व पर इस ईदगाह पर समूचे क्षेत्र के लोग नमाज अदा करते चले आ रहे है। पिछले दिनों रौजा गांव के कुछ लोगों ने आने वाली बकरीद के पर्व पर किसी बरेलवी संप्रदाय के इमाम से नमाज पढ़वाने की तैयारी करना शुरू करवा दिया। यह बात जब देवबंदी समुदाय के लोगों को पता चली तो उन लोगों ने इसका विरोध करते हुए उन्हें समझाने का प्रयास शुरू कर दिया। समाज के प्रतिष्ठित और बुद्धिजीवी तबके के लोगों ने पंचायतों के माध्यम से मामले को हल करने का प्रयास किया, लेकिन नतीजा सिफर रहा। आखिरकार ईदगाह पर नमाज का प्रकरण महुली पुलिस के पास भी पहुंच गया। इंस्पेक्टर रविन्द्र सिंह ने भी पहले दोनो वर्गों के जिम्मेदार लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन मामला हल न होते देख उन्होंने उच्चाधिकारियों को प्रकरण से अवगत करा दिया। बुधवार को थाना परिसर में आयोजित शांति कमेटी की बैठक में दोनो संवर्ग के जिम्मेदारों को थाने बुलाया गया। दोनो पक्षों के दावे और दलीलों को सुनने के बाद एसडीएम धनघटा ने पूरे प्रकरण को इबादत में नजाकत मानते हुए दो टूक फैसला सुनाया। उप जिलाधिकारी ने कहा कि पूजा स्थल अथवा ईदगाह पर किसी नई परंपरा को विकसित करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है। ऐसे में जिस भी संवर्ग के इमाम अभी तक ईदगाह या मस्जिद में नमाज अदा कराते आ रहे हैं उसी संवर्ग के इमाम ही इस बार भी बकरीद की नमाज अदा कराएंगे। इससे इतर जाने वालों के खिलाफ कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत अब रौजा स्थित ईदगाह पर बकरीद के दिन देवबंदी समुदाय के इमाम ही नमाज अदा कराएंगे। इस दौरान सपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के निवर्तमान जिलाध्यक्ष असद महताब, प्रधान प्रतिनिधि छितही सलीम बाबू, प्रधान प्रतिनिधि महुली महेश यादव, ग्राम प्रधान भीटी माफी श्रीप्रकाश यादव, ग्राम प्रधान झिंगुरापार फिरोज अहमद चुन्नू, प्रधान प्रतिनिधि मड़हाराजा अब्दुर्रब खान, जब्जुल्लाह खान, अंदुर्रहमान, सज्जन हुसैन, अतीक अहमद सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।