ग्रामीण क्षेत्रों में भीषण बिजली संकट, सिंचाई बाधित

in #sitapur2 years ago

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सीतापुर। जिले में अघोषित बिजली कटौती से राहत नहीं मिल रही है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक अघोषित कटौती से लोग परेशान हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत किसानों को हो रही है। नलकूप न चलने से फसलें सूख रही हैं, वहीं खाली खेतों का पलेवा भी नहीं हो पा रहा है। किसानों में विद्युत विभाग के खिलाफ आक्रोश है।शासन ने बिजली संकट को देखते हुए रोस्टर के अनुसार आपूर्ति करने के आदेश दिए हैं, लेकिन विभागीय अधिकारियों पर इसका असर देखने को नहीं मिलता। अघोषित बिजली कटौती से शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक हाहाकार मचा है। शहर में जहां थोड़ी-थोड़ी देर पर ट्रिपिंग से विद्युत उपकरण फुंक रहे हैं, वहीं ग्रामीण अंचलों में फसलों की सिंचाई पर बाधित हो रही है। ग्रामीण इलाके में कहीं तार टूटने की वजह से बिजली ठप रहती है तो कहीं ट्रांसफार्मर फुंकने से। तमाम शिकायतों के बावजूद कोई पुरसाहाल नहीं लिया जा रहा। जिससे भीषण गर्मी से लोग बिलबिला रहे हैं। विभागीय अधिकारियों के प्रति ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है, जो कभी भी फूट सकता है। ग्रामीणों का आरोप है कि विद्युत समस्या के लिए जब कभी अधिकारियों के सरकारी नम्बर पर बात करने का प्रयास किया जाता है तो वह या तो उठता नहीं है या फिर नॉट रीचेबल बताता है। ऐसे में समस्या के समाधान के लिए उन्हें पॉवर हाउस की बार-बार दौड़ लगानी पड़ती है, लेकिन वहां भी केवल आश्वासन देकर वापस कर दिया जाता है।

सिंचाई के अभाव में सूख रही गन्ने व मेंथा की फसल

तेजी से बढ़ रहा बिजली संकट किसानों के लिए सिरदर्द बन गया है। किसान प्रेमदास ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पांच से छह घंटे ही बिजली मिल रही है, उसमें भी लो वोल्टेज की समस्या सबसे ज्यादा बनी रहती है, जिससे ट्यूबवेल नहीं चल पाते हैं। ऐसे में फसलों की सिंचाई बाधित हो रही है। भीषण गर्मी में फसलें खेतों में सूख रही रही हैं। महंगा डीजल खर्चकर सिंचाई करने को बाध्य होना पड़ रहा है।