खाटूश्याम मंदिर हादसा: दो और अधिकारी निलंबित

in #sikar2 years ago

सोमवार सुबह भगदड़ से हुई तीन मौत के मामले में दो और अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में अभी तक 3 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। बता दें कि हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी।

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खाटूश्यामजी में सोमवार सुबह भगदड़ से हुई तीन मौत के मामले में दो और अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। दांतारामगढ़ एसडीएम राजेश कुमार मीणा तथा रींगस सीओ सुरेन्द्र सिंह को घटना का दोषी मानते हुए सस्पेंड किया गया है। कार्मिक विभाग और पुलिस विभाग ने बीती देर रात इसके आदेश जारी किए। इससे पहले खाटूश्यामजी की थानाधिकारी रिया चौधरी को घटना के दिन ही एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने निलंबित कर दिया था। ऐसे में खाटूश्यामजी हादसे में अब तक तीन अधिकारियों को निलंबन हो चुका है। गौरतलब है कि खाटूश्यामजी में एकादशी पर सुबह मंदिर के पट खुलते ही प्रवेश द्वार के पास भगदड़ मच गई थी। जिसमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश व जयपुर की एक महिला की मौत होने के साथ चार श्रद्धालु घायल हो गए थे।

दोनों को जयपुर देनी होगी हाजरी
एसडीएम राजेश मीणा के निलंबन के आदेश में कार्मिक विभाग ने लिखा है कि एसडीएम मीणा के खिलाफ विभागीय जांच कार्यवाही प्रस्तावित है। जिसके चलते राजस्थान सिविल सेवा नियम 158 के तहत राज्य सरकार राजेश कुमार मीणा को तुरंत प्रभाव से निलंबित करती है। निलंबन काल में राजेश मीणा का मुख्यालय प्रमुख शासन सचिव, कार्मिक विभाग, शासन सचिवालय जयपुर के कार्यालय में रहेगा। इसी तरह पुलिस विभाग से डीजी एमएल लाठर की ओर से जारी आदेश में बताया है कि आरपीएस रींगस सीओ सुरेंद्र सिंह को निलंबित किया है। निलंबन काल में सुरेंद्र सिंह का मुख्यालय महानिदेशक पुलिस, जयपुर रहेगा। इस दौरान उन्हें आधा वेतन और उस पर मिलने वाला महंगाई भत्ता आदि नियमानुसार मिलेगा।

सांसद ने उठाए सीएम पर सवाल
इधर, घटना को लेकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती भी मंगलवार शाम को खाटूश्यामजी पहुंचे। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा। कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि घटना की सीआईडी सीबी जांच करेगी। जबकि उनके विधायक (चौधरी विरेन्द्र सिंह) खुद यहां आकर अव्यवस्था फैलाते है। ऐसे में सरकार किस मुंह से सीआईडी सीबी की जांच मांग करेगी। उन्होंने कहा एक एसआई को निलंबित करके इतिश्री समक्ष लेना यह उचित नहीं है। जो भी दोषी है उसे सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार को मृतकों को 25-25 लाख व घायलों को एक-एक लाख रूपए देने चाहिए।