बांसी तहसील में 4 दिन से लगातार चल रहा है किसान यूनियन का धरना

Screenshot_20220824-171404_Gallery.jpgसिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश। भारतीय किसान यूनियन महिला जिला अध्यक्ष के साथ हुए दुर्व्यवहार के मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के लोगों का धरना चौथे दिन की बांसी तहसील में जारी रहा। इस दौरान किसान यूनियन के लोगों ने नारेबाजी की और एक ज्ञापन भी तहसीलदार को सौंपा। भारतीय किसान यूनियन महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष बिंदा पांडे के साथ बांसी तहसील के एक लेखपाल द्वारा दुर्व्यवहार किया गया। जिसको लेकर 4 दिनों से बांसी तहसील में अनवरत धरना जारी है। मुख्यमंत्री के नाम संबोधित दिए गए ज्ञापन में भारतीय किसान यूनियन महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष बिंदा पांडे ने कहा है कि राजस्व निरीक्षक, हल्का लेखपाल व ब्लाक में तैनात सेक्रेटरी जो 3 साल से अधिक की सेवा एक ही स्थान पर दे चुके हैं उनका स्थानांतरण जनहित में किया जाए। पुलिस विभाग की तरह भ्रष्टाचार मुक्त व सुशासन के लिए राजस्व निरीक्षक, हल्का लेखपाल व सेक्रेटरी की तैनाती अपने जिले से बाहर किया जाना जनहित में है। इन्हीं कारणों से संपूर्ण समाधान दिवस में सबसे अधिक शिकायतें राजस्व विभाग व विकास विभाग की ही होती हैं। क्षेत्र में होने के कारण यह लोग गलत काम करते हैं और उसके बावजूद इन्हें राजनीतिक संरक्षण मिल जाता है। स्थानीय परिक्षेत्र के होने के कारण प्रभावशाली तरीके से बिना रुपया लिए कोई काम यह लोग नहीं करते। विकास खंड बांसी, मिठवल और तहसील बांसी में यह समस्याएं गंभीर रूप से हैं। बिंदा पांडे जिलाध्यक्ष ने कहा है कि लेखपाल संघ अपने यूनियन के बल पर अधिकारियों को कोई महत्व नहीं देते और अधिकारी इन्हीं लोगों की बात को मानते हैं। जिसके लिए उक्त समस्याओं पर विचार करना बहुत ही जरूरी है। शनिवार को धरना में मौजूद तहसील अध्यक्ष देवेंद्र नाथ मिश्र, उमेश चंद्र निषाद, हरीश चंद्र चौधरी, अरविंद चौधरी, रामसेवक चौधरी, विश्वनाथ प्रजापति, राधेश्याम सोनी, रामकिशन गोड, मोहम्मद रफीक, अहमद अली, संतराज, रीता देवी, इलायची, सब्लू, विमल सिंह सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।