शिव महापुराण में हुआ शिव पार्वती विवाह

in #shiva2 years ago

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  • महिलाओं ने गाए मंगल गीत, पूरा गांव हुआ शिवमय

मंडला. मनेरी औद्योगिक क्षेत्र के हनुमान मंदिर में चल रहे शिव महापुराण का वाचन करते हुए आचार्य जी नें शिव पार्वती विवाह का महत्व बताया। कथा के दौरान शिव-पार्वती विवाह का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्रामीण सज-धजकर बारात में शामिल हुए। महिलाएं मंगलगीत गीत गाते हुए सम्मिलित हुई। इस माहौल से पूरा गांव शिवमय हो गया। मंदिर परिसर में वेद मंत्रों के साथ ब्राह्मणों की ओर से शिव-पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ। शिव महापुराण कथा का वर्णन करते हुए पूज्य अजीत कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने शंकर पार्वती का विवाह पर प्रकाश डाला। उसके पहले विवाह के बारे में बताते हुए कहा कि विवाह आठ प्रकार का होता है। लेकिन आठ में ब्रह्म विवाह श्रेष्ठ माना जाता है।

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उन्होंने कहा कि शास्त्रों के अनुसार ब्रह्म विवाह करने वाला का जीवन सुखमय रहता है। महारानी मैना और महाराज हिमाचल सभी भाई बंधुओं के सम्मुख मां पार्वती का वैदिक विधि विधान के साथ कन्यादान किया था। इस संसार में कन्यादान से बड़ा कोई दान नहीं होता, धरती पर यह पवित्र कार्य उन्हें करने का अवसर प्राप्त होता है। जिसे परमात्मा ने बेटी देता है। वैसे तो हम अपने मानव जीवन में अगर रहते हैं और हम मनुष्य हैं एक पुत्री का कन्यादान तो हम सभी को करना चाहिए।