मदरसों में अनिवार्य रूप से होगा राष्ट्रगान

संतकबीरनगर जिले के मदरसों में थी अब हिन्दी व इंग्लिश मीडियम स्कूल की तर्ज पर प्रार्थना के बाद राष्ट्रीय गान होगा। राष्ट्रीय गान के लिए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने सभी मदरसों को शासन के आदेश के पालन करने का फरमान जारी किया हैउत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को मदरसों में राष्ट्रीयगान अनिवर्य रूप से गाये जाने का आदश दिया है। नए शिक्षण सत्र में अनुदानित, गैर अनुदानित, मान्यता प्राप्त व गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में शिक्षा ग्रहण करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को प्रार्थना के बाद पढ़ना होगा। मदरसों में 30 मार्च से शुरू हुए अवकाश के बाद 12 मई से नया शिक्षण सत्र शुरू होना था। नए शिक्षण सत्र के शुरू होते ही राष्ट्रीयगान होना था। प्रार्थना के बाद राष्ट्रीयगान अनिवार्य रुप से पढ़ने के लिए सभी मदरसों को आदेश भेज दिया गया है। शिक्षण सत्र शुरू होते ही मदरसों में छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीयगान पढ़ना होगा।राष्ट्रीय गान के साथ होगी दुआ
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की ओर से दिए आदेश में लिखा गया है कि नये शिक्षण सत्र शिक्षण कार्य शुरु होने से पहले दुआ व हम्द के बाद बच्चों राष्ट्रीय गान पढ़ना है। उन्होंने अपने आदेश में लिखा है कि राष्ट्रीय गान समवेत स्वर में छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षकों को भी गायन करना है। इस मर्यादा को भी बनाए रखना होगा।
मदरसों में अभी नहीं शुरू हुआ शिक्षण कार्य :
मदरसों में प्रत्येक रमजान में वार्षिक आवकाश घोषित होता है। इस बार 30 मार्च से 11 मई तक अवकाश घोषित था। अवकाश के बाद अभी अधिकांश मदरसों में शिक्षण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। बच्चों की उपिस्थति काफी कम है। बच्चों के न आने से अब तक राष्ट्रीयगान का वादन शुरू नहीं हो पाया है। शिक्षण कार्य शुरु होते ही सभी मदरसों में राष्ट्रीय गान शुरू होगा।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय ने बताया कि शासन व मदरसा शिक्षा परिषद की ओर से जारी फरमान को सभी प्रकार के मदरसों को भेजा जा रहा है। शिक्षण कार्य शुरू होते ही मदरसों में राष्ट्रीय गान अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाएगा। राष्ट्रीय गान मदरसों में लागू करने के लिए नियमित अनुश्रवण किया