परिजनों ने नहीं स्वीकारा तो चौकीदार ने कर लिया विवाह

in #shahabad2 years ago

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शाहाबाद, हरदोई। एक साल बाद सहेली के साथ रहकर घर वापस लौटी लड़की को परिजनों ने अपनाने से इंकार कर दिया तो एक चौकीदार लड़की का सहारा बन गया और उसने उससे विवाह करने की हामी भर दी। मां कात्यायनी शक्तिपीठ पर पीठाधीश्वर स्वामी आत्मानंद गिरि महाराज के समक्ष ऋण मुक्तेश्वर महाराज को साक्षी मानकर दोनों ने सात फेरे लिये। पीठाधीश्वर ने नव दंपति को आशीर्वाद प्रदान किया। शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सुलेमानी निवासी अनीता 20 वर्ष पुत्री जगदीश एक वर्ष पहले लापता हो गई थी । बकौल अनीता वह एक साल से देहरादून में अपनी सहेली के पास रह रही थी। कल रात्रि वह अपने घर वापस लौटी। परिजनों ने अनीता को घर नहीं घुसने दिया तो अनीता सुबह कोतवाली पहुंची और पुलिस से फरियाद की । पुलिस ने लड़की के माता-पिता को कोतवाली बुलाया और लड़की को साथ ले जाने के लिए काफी समझाया। परंतु पिता जगदीश किसी भी कीमत पर तैयार नहीं हुआ। पुलिस ने भी माथा पकड़ लिया। आखिरकार कोतवाली में चौकीदार के पद पर कार्यरत मीरपुर गांव निवासी पिंटू पुत्र रघुनंदन ने लड़की का हाथ थामने की हामी भर दी। पिंटू के साथ लड़की रहने को राजी हो गई। दोनों के परिजन इस बात पर तैयार हो गए। अनीता और पिंटू को पुलिस कस्टडी में मां कात्यायनी शक्तिपीठ भेजा गया। यहां पर पीठाधीश्वर आत्मानंद गिरि महाराज के समक्ष दोनों ने ऋण मुक्तेश्वर महाराज को साक्षी मानकर फेरे लिए। तत्पश्चात दोनों ने एक दूसरे को जय माल पहनाई । यह सारा कार्यक्रम पंडित सोमनाथ अवस्थी ने संपन्न कराया। तत्पश्चात नव दंपति को पीठाधीश्वर स्वामी आत्मानंद गिरि महाराज एवं परिजनों ने आशीर्वाद प्रदान किया। इस मौके पर चौकीदार मूलचंद ,श्याम पाल, राजीव नयन दीक्षित सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।