सहकारी बैंक में लाखों का घोटाला

in #scamyesterday
  • तीन वर्ष में लाखों का घोटाला, लेन देन भी संदिग्ध
  • प्राथमिक जांच के बाद प्रभारी शाखा प्रबंधक और लेखापाल निलंबित
  • जिला सहकारी बैंक के कृषि शाखा का मामला

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मंडला:-आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के जिला सहकारी बैंक में लाखों रूपए के घोटाले का मामला सामने आया है। जिसमें करीब 13 लाख 41 हजार रूपए का लेन देन संदिग्ध है, वहीं करीब 05 लाख 05 हजार रूपए का गबन किया गया है। इस घोटाले की शिकायत बी-पैक्स सहकारी समिति केहरपुर से मिली है। जिसके बाद इसकी जांच के लिए टीम बनाई गई है।

जानकारी अनुसार जिला सहकारी बैंक में करीब 18 लाख 47 हजार 231 रूपए का घोटाला सामने आया है। इस घोटाले की केहरपुर समिति से शिकायत मिलने पर बैंक की टीम ने कृषि शाखा के लेन देन की जांच की। इस घोटाले की जांच में वर्ष 2021 से 2024 तक की अवधि की जांच की गई। जिसमें करीब 13 लाख 41 हजार रूपए की संदिग्ध एंट्री और करीब 05 लाख 05 हजार रूपए का गबन सामने आया। प्राथमिक जांच में कृषि शाखा की लेखपाल और प्रभारी शाखा प्रबंधक संगीता सोनी को दोषी मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।

जिला सहकारी बैंक मर्यादित मंडला के महाप्रबंधक एनके कोरी ने बताया कि सहकारी समिति केहरपुर से शिकायत मिली कि ऋण वितरण की राशि किसान अरविंद शुक्ला के खाते में जमा होनी थी उसके स्थान पर महेन्द्र जैन के खाते में राशि जमा की गई। मामले की जांच के लिए टीम बनाई गई है और शिकायत के साथ अन्य खातों के लेनदेन की प्राथमिक जांच की गई। जिसमें संदिग्ध लेनदेन और घोटाला उजागर हुआ है। जाचं के बाद प्रभारी शाखा प्रबंधक को निलंबित किया गया है। अब मामले की सूक्ष्मता से जांच की जाएगी और उसके आधार पर अंतिम निर्णय निकलेगा।