सरयू का पानी उतरा, गांवों में दुश्वारियां बढ़ीं

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बहराइच 18 सितंबर : (डेस्क) जिले में तीन दिनों तक तबाही मचाने के बाद बाढ़ का पानी उतरने लगा, लेकिन जलस्तर घटने से कटान तेज हो गई है।बाढ़ के कारण खाद्य सामग्री भीग गई है, जिससे खान-पान की स्थिति गंभीर हो गई है।

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जिले में तीन दिनों तक तबाही मचाने के बाद बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे उतरने लगा है, लेकिन इसके साथ ही नई दुश्वारियां भी सामने आ रही हैं। जलस्तर घटने के कारण कटान की समस्या तेज हो गई है, जिससे कई क्षेत्रों में खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा, बाढ़ के कारण खाद्य सामग्री भीगने से खान-पान की स्थिति भी गंभीर हो गई है।

एल्गिन ब्रिज पर सरयू नदी का जलस्तर अब भी लाल निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है, जिससे ग्रामीणों और प्रशासन की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। इस स्थिति ने लोगों को चिंता में डाल दिया है, क्योंकि यदि जलस्तर और बढ़ता है तो इससे और अधिक नुकसान हो सकता है।

मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के 48 से अधिक मजरों में बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई थी, लेकिन अब पानी निकलने लगा है। हालांकि, कई घरों में अभी भी पानी भरा हुआ है, जिससे स्थानीय निवासियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के पानी ने न केवल घरों को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि खेतों में खड़ी फसलें भी बर्बाद हो गई हैं।

स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है और प्रभावित परिवारों की मदद करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है। राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है ताकि लोगों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा सकें।

इस बीच, ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि कटान की समस्या को गंभीरता से लिया जाए और उचित उपाय किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचा जा सके।

इस प्रकार, बाढ़ के बाद की स्थिति न केवल चुनौतीपूर्ण है बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए एक बड़ी परीक्षा भी साबित हो रही है। लोग अब अपने जीवन को सामान्य करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें जल्द ही राहत मिलेगी।