सरयू में उफान, तटबंध पर मंडराया खतरा

in #saryu4 days ago

गोंडा 15 सितंबर : (डेस्क) बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण सरयू नदी खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है।30 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को पलायन करना पड़ा।

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गोंडा में सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जो बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण हो रहा है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 65 सेंटीमीटर ऊपर पहुँच गया है, जिससे तटबंधों से नदी टकराने लगी है। इस स्थिति ने 30 से अधिक गांवों को बाढ़ की चपेट में ले लिया है, जिससे स्थानीय निवासियों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

सरयू नदी ने इस वर्ष जलस्तर बढ़ने के कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अयोध्या के नए घाट पर नदी का जलस्तर 92.780 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर है। प्रभावित गांवों में दत्तनगर, साकीपुर, गोकुला, और तुलसीपुर शामिल हैं। यहां के लोग बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं और उनके संपर्क मार्ग बाधित हो गए हैं।

प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। नावों की व्यवस्था की गई है ताकि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा सके। साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए साधन मुहैया कराने का आश्वासन दिया है।

बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, प्रशासन ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की हैं। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए सहायता प्रदान की जा रही है, लेकिन बाढ़ के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है और जानवरों के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है।

इस प्रकार, गोंडा में सरयू नदी का उफान बाढ़ की स्थिति को गंभीर बना रहा है, और प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है।