अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर ऊपर: दो घंटे में एक
अयोध्या 16 सितंबर: (डेस्क)अयोध्या में बाढ़ का खतरा: सरयू नदी ने खतरे के निशान को पार किया
अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और सोमवार को यह खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। हालांकि, नदी का प्रवाह धीरे-धीरे स्थिर हो रहा है और जलस्तर में प्रति दो घंटे में केवल एक सेंटीमीटर की वृद्धि हो रही है।
पहाड़ों में भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी का असर
दरअसल, पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश और नेपाल के शारदा एवं गिरिजा बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नेपाल के इन बैराजों से लगभग 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिसका असर अयोध्या में देखा गया।
प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की कमर कसी
प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है और आपदा प्रबंधन टीम ने मंगलवार को बाढ़ के पानी में फंसे 35 परिवारों को मोटर बोट से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। जिले की फतेहपुर, रामनगर, सिरौलीगौसपुर, रामसनेहीघाट तहसील के कई गांवों में बीते दिनों हुई लगातार बारिश और नेपाल की पहाड़ियों से आए पानी से सरयू नदी उफान पर है।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र
बाढ़ से तराई में बसे रामनगर तहसील क्षेत्र के सिसौंडा, दुर्गापुर और मल्लाहनपुरवा सहित दर्जनों गांव प्रभावित हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कटाव दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है और खेती की जमीन पहले ही नदी अपनी गिरफ्त में ले चुकी है।
श्रावण मेला और कावड़ यात्रा को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई
श्रावण मास में मेले और कावड़ यात्रा में भारी संख्या में लोग अयोध्या आते हैं और सरयू में स्नान करते हैं। इसी के चलते घाटों में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया गया है।
राम मंदिर पर बाढ़ का असर
अयोध्या में फिलहाल बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन अयोध्या में पहले भी बाढ़ आ चुकी है। साल 1998 में अयोध्या में भयंकर बाढ़ आई थी, जिसमें राम मंदिर को भी नुकसान पहुंचा था। हालांकि, बाढ़ समेत तमाम प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए राम मंदिर का विशेष तरीके से निर्माण किया गया है और फिलहाल राम मंदिर पर बाढ़ का कोई खतरा नहीं है।
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात
खतरे को देखते हुए प्रशासन ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी हैं। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रसशान ने लोगों की सुरक्षा के लिए नावों का भी इंतजाम किए हैं।
उत्तर प्रदेश के कई जिले बाढ़ प्रभावित
उत्तर प्रदेश में अयोध्या, पीलीभीत, बरेली, आजमगढ़ और हरदोई समेत कुल 17 जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। नदियों के जलस्तर में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
बनारस में गंगा खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर नीचे
यूपी में हो रही लगातार बारिश के चलते गंगा का जलस्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है। बनारस में गंगा खतरे के निशान से 19 सेंटीमीटर नीचे है। मिर्जापुर और प्रयागराज में कई लोग बेघर हो गये हैं।
अयोध्या में बाढ़ की स्थिति गंभीर है और प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं। हालांकि, नदी का जलस्तर धीरे-धीरे स्थिर हो रहा है, लेकिन ग्रामीणों को अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है। राम मंदिर पर फिलहाल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है, लेकिन प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए इसका विशेष तरीके से निर्माण किया गया है।