सरयू का रौद्र रूप देख दहशत में ग्रामीण, निचले इलाकों में घुसने लगा पानी

देवरिया 19 सितंबर : (डेस्क) चौथे दिन भी खतरे के निशान से 97 सेमी ऊपर, तुर्तीपार रेगुलेटर पर 65 मीटर 27 सेमी दर्ज।अगले 24 घंटे में जल स्तर में कमी की संभावना।

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भागलपुर में सरयू नदी का जलस्तर लगातार चौथे दिन बढ़ता जा रहा है। तुर्तीपार रेगुलेटर पर बुधवार शाम को नदी का जलस्तर 65 मीटर 27 सेंटीमीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 97 सेंटीमीटर ऊपर है। यह स्थिति स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि लगातार बढ़ते जलस्तर से बाढ़ का खतरा गहरा रहा है।

जल आयोग ने अगले 24 घंटे में जल स्तर में कमी आने की संभावना जताई है, जिससे स्थानीय लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है। हालांकि, अभी भी स्थिति गंभीर बनी हुई है और प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।

स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि यदि जल स्तर और बढ़ता है, तो इससे आसपास के गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए, प्रशासन ने संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री और बचाव कार्यों की योजना बनाई है।

इस बीच, स्थानीय निवासियों ने भी अपनी सुरक्षा के लिए तैयारी शुरू कर दी है। कई लोग अपने घरों से जरूरी सामान निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत अधिकारियों से संपर्क करने की सलाह दी है।

सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण स्थानीय कृषि पर भी असर पड़ सकता है, जिससे किसानों में चिंता बढ़ गई है। किसान पहले ही मौसम की अनिश्चितताओं से परेशान हैं, और अब बाढ़ का खतरा उनकी फसल को और प्रभावित कर सकता है।

इस प्रकार, भागलपुर में सरयू नदी का बढ़ता जलस्तर एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है, जिसे प्रशासन और स्थानीय निवासियों दोनों को मिलकर संभालना होगा। जल आयोग के पूर्वानुमान के अनुसार यदि जल स्तर में कमी आती है, तो राहत की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन सभी को सतर्क रहना होगा ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से बचा जा सके।