खाकी ने दिया सहारा तो भावुक होकर रो पड़ी आशा

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क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडे और थाना प्रभारी बलराम मिश्रा बने विधवा महिला के डूबती नाव का पतवार

संत कबीर नगर यूं तो पुलिस की शिनाख्त आम जनमानस द्वारा भ्रष्टाचारी घूसखोरी आताताई और ऐसे तमाम शब्दों का पर्यायवाची के रूप में की जाती है लेकिन खाकी के अंदर कुछ ऐसे भी लोग रहते हैं जिनके अंदर का हृदय मानवता इंसानियत कर्तव्य निष्ठा और करुणा का सशक्त हस्ताक्षर बन जाता है उनके नेक कर्म जहां उनके परिवार के माता पिता के बेहतर संस्कार की गवाही देता है वही आम जनमानस की सुरक्षा और पुलिस की आम जनमानस में बेहतर छवि का सपना देखने वाले शासन की मनसा भी सफल होती है

बताते चलें कि यूं तो उत्तर प्रदेश का औद्योगिक शहर के नाम से मशहूर कानपुर न्यूज़ चैनल और चर्चाओं की सुर्खियों में अक्सर हेड लाइन मे रहता है लेकिन सोमवार को एक अद्भुत नजारा देखने को मिला जब एक महिला जो अपने पति के मौत के बाद विरासत में मिली तीन बेटियों की परवरिश की जिम्मेदारी को किराए के ई रिक्शा को चला कर अपने परिवार के पेट की आग को बुझा रही थी वह महिला सोमवार को पुलिस के एहसान से भावुक होकर से खा की से लिपट गई

मामला यह था कि 15 दिन पूर्व जुम्मे की नमाज को सकुशल संपन्न कराने के लिए एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडे करनैलगंज थाना प्रभारी बलराम मिश्रा के साथ क्षेत्र में मुस्तैद थे तभी एक महिला ई रिक्शा लेकर मौके पर पहुंच गई भारी संख्या में पुलिस बल को देख महिला चालान कटने के डर से जब हैरान परेशान हो गई तो उसे देखकर एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडे ने उस महिला के ई रिक्शा चलाने का कारण पूछा बेबस और लाचारी में डूबी उस महिला आशा देवी ने बताया कि पति की मौत होने के बाद तीन छोटी छोटी बेटियों के जिम्मेदारी मेरे नाजुक कंधों पर आ गई और वह किराए का रिक्सा लेकर दिनभर सड़क पर 2 जून की रोटी कमाने के लिए संघर्ष करती है उस महिला की करुन पीड़ा सुनकर खाकी के अंदर छुपी मानवता जाग गई और महिला को नया रिक्शा देने का वादा कर डाला अपने वादों को पूरा करने के लिए एसीपी ने करनैलगंज के थाना प्रभारी बलराम मिश्रा को इस नेक काम करने के लिए सहयोग करने की बात की जिस पर सभी पुलिसकर्मियों द्वारा सहयोग कर सोमवार को नया रिश्ता आशा देवी को दिया गया खाकी द्वारा मिलेगी सहयोग को देखकर आशा के चेहरे पर खुशी के साथ-साथ आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा और वह खाकी से लिपट गई इंसानियत और मानवता की मिसाल पेश कर एसीपी करनैलगंज और इंस्पेक्टर करनैलगंज ने मानवता की जो मिसाल पेश की है कहीं न कहीं वो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नियुक्त कमिश्नर ऑफ पुलिस विजय कुमार मीणा के कुशल नेतृत्व का प्रमाण है

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