आखिरकार तीन महीने के बाद जीत की दहलीज पर पहुंचा रूस, फंस गये जेलेंस्की, बचे सिर्फ दो विकल्प

Screenshot_2022-05-28-23-44-57-17_a71c66a550bc09ef2792e9ddf4b16f7a.jpgमॉस्को, मई 28: यूक्रेन युद्ध के तीन महीने बीतने के बाद आखिरकार रूस को युद्ध में निर्णायक बढ़त मिलती दिख रही है और करीब तीन महीने के कठिन संघर्ष के बाद यूक्रेन युद्ध में ना सिर्फ हार की तरफ बढ़ रहा है, बल्कि ऐसा लगने लगा है, कि यूक्रेन अब अपना पूर्वी हिस्सा गंवा देगा।
तीन महीने के बाद युद्ध एक ऐसी स्थिति में पहुंच गया है, जहां यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की और उनके टॉप कमांडर के पास दो ही ऑप्शन बचे हैं, या तो वो अपने सैनिकों को डोनबास से पीठ दिखाकर वापस आने के लिए कहे, या फिर उन्हें मौत के मुंह में झोंक दें।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने यूक्रेन पर 24 फरवरी को रूसी आक्रमण के बाद एक सुप्रीम लीडर की तरह सामने आये और एक नायक की तरह उभरे, जिन्होंने जान की परवाह किए बगैर ना सिर्फ अपनी सेना का नेतृत्व किया, बल्कि रूस की बार बार धमकियों के बाद भी राजधानी कीव नहीं छोड़ा। लेकिन, अब जबकि पूर्वी यूक्रेन पर रूसी पूरी तरह से शिकंजा कस चुका है और जेलेंस्की के बाद दो विकल्पों के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचे हैं, फिर भी देश की जनता किसी भी हालत में यूक्रेन की एक इंच जमीन रूस को सौंपने के लिए तैयार नहीं हैं। 24 मई को यूक्रेन में एक जनमत सर्वेक्षण करवाया गया, जिसमें पूर्वी यूक्रेन के 68 प्रतिशत नागरिकों ने और दक्षिणी यूक्रेन के 83 प्रतिशत लोगों ने साफ तौर पर कहा, कि शांति के बदले यूक्रेन की जमीन रूस को किसी भी हाल में नहीं सौंपा जाना चाहिए।
इस सर्वे के दौरान यूक्रेन के लोगों ने अमेरिका के वरिष्ठ राजनेता हेनरी किसिंजर को जमकर फटकार लगाई है, जिन्होंने सुझाव दिया था, कि यूक्रेन शांति वार्ता के बदले में कुछ क्षेत्र छोड़ दें। वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इस सवाल को लेकर कहा कि, 'किसिंजर का "कैलेंडर 2022 का नहीं है, बल्कि 1938 है।" ज़ेलेंस्की ने द्वितीय विश्व युद्ध की अध्यक्षता करने वाले सुडेटेनलैंड में नाजी जर्मनी पर हमला करने के लिए की गई क्षेत्रीय रियायतों का जिक्र करते हुए हेनरी किंसजर की जमकर आलोचना की है। हालांकि, जेलेंस्की ने हेनरी के बयान पर कड़ी आपत्ति भले ही जताई हो, लेकिन पूर्वी यूक्रेन के डोनबास में अब लड़ाई जिस स्तर तक पहुंच हई है, उस कठोर सत्य को जेलेंस्की को मानना ही होगा।