मनरेगा फाइल और फर्म के सत्यापन के नाम पर प्रधानों का हो रहा शोषण

in #santkabirnagar2 years ago

संतकबीरनगर।1600x960_984492-corruption.jpgबघौली ब्लाक में मनरेगा के तहत कराए गए ग्राम पंचायतों में इंटर लाकिंग कार्य, आरसीसी ,खड़ंजा ,नाली समेत अन्य कार्यों की फाईलों के सत्यापन के नाम पर प्रधानों का शोषण शुरु हो गया है। खास बात यह है कि गत वित्तीय वर्ष 2021-2022 में सामानों की आपूर्ति देने वाली फर्मों का सत्यापन वित्तीय सत्र खत्म होने पर ब्लाक के अधिकारियों द्वारा कराया जा रहा है। फाईलों और फर्मों के सत्यापन के नाम पर ग्राम प्रधानों का शोषण जारी होने की चर्चा आम हो रही है।जिससे ग्राम प्रधानों में रोष व्याप्त है।

ग्राम प्रधानों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि जब फर्मों का सत्यापन पूर्व में हो चुका था तो वित्तीय सत्र समाप्त होने पर पुनः फर्मों का सत्यापन करवाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है। वहीं कई ग्राम पंचायतों ने पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में सप्लाई देने वाली फर्मों के स्थान पर 2022-23 के वित्तीय सत्र में दूसरी / अन्य फर्मों का टेण्डर स्वीकार किया है। मनरेगा कार्यों का पेमेण्ट करने के स्थान पर फर्मों के सत्यापन के नाम पर प्रधानों को परेशान किया जा रहा है। आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत चुनाव के बाद से ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत कराए गये पक्के निर्माण का भुगतान नही हो सका । जिसके कारण ग्राम प्रधान आज भुगतान के लिए नामित अधिकारियों के आफिसों का चक्कर काटते नजर आ रहे है और फाईलों के सत्यान के नाम पर उनका शोषण करने का मामला प्रकाश में आ रहा है। जिससे ग्राम प्रधान काफी परेशान है जबकि नामित अधिकारी प्रधानों का शोषण करने पर आमादा है ।

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बढ़िया खबर

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