निरीक्षण में बंद मिला अल्ट्रासाउण्ट कक्ष, विधायक ने डाक्टर पर कार्रवाई का दिया निर्देश

in #santkabirnagar2 years ago (edited)

IMG-20220901-WA0022.jpgसदर विधायक के निरीक्षण में बंद मिला अल्ट्रासाउण्ट कक्ष, विधायक ने डाक्टर पर कार्रवाई का निर्देश।

संतकबीरनगर। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग को सभी सुविधाएं मुहैया करा रही है। इसके दृष्टिगत गुरूवारको सदर विधायक अंकुर राज तिवारी ने संयुक्त जिला चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। जहां अल्ट्रासाइण्ट बंद मिला और चिकित्सक अनुपस्थित मिले। इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. ओपी चतुर्वेदी को उक्त चिकित्सक पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं अस्पताल परिसर में स्थापित जन औषधि केन्द्र पर दवाओंकी उपलब्धता न होने पर नाराजगी जतायी। विधायक ने महिला अस्पताल, सीटीस्कैन सहित तमाम वार्डों आदि का भी निरीक्षण किया।
गुरूवार की दोपहर करीब 1.10 बजे सदर विधायक अंकुर राज तिवारी अचानक संयुक्त जिला चिकित्सालय के ओपीडी में पहुंचे। जहां चिकित्सकों की उपस्थिति मिली। उसके बाद अल्ट्रासाउण्ड कक्ष का निरीक्षण किया जिसमें ताला लटकता हुआ मिला और चिकित्सक अनुपस्थित रहे। पर इस संबंधित अल्ट्रासाउण्ड करने वाले चिकित्सक डॉ. गोपाल के खिलाफ कार्रवाई तथा अल्ट्रासाउण्ड के संचालन के लिए सीएमओ को निर्देश दिया। जबकि डॉ. शैलेन्द्र चौधरी के अवकाश की बात सामने आयी। दवा वितरण कक्ष के निरीक्षण में सबकुछ ठीक मिला। एक्स-रे प्लेट की व्यवस्था करने की बात कहीं। निरीक्षण में एआरवी इंजेक्शन भी पर्यान्त मात्रा में मिली। एमसीएच विंग में संचालित महिला अस्पताल के निरीक्षण किया। सीटी स्कैन पूर्ण रूपसे संचालित होता मिला। उसके बाद विधायक श्री तिवारी ने जन औषधि केन्द्र का निरीक्षण किया। जहां संबंधित संचालक उपस्थित मिले लेकिन दवाओं की उपलब्धता न होने पर विधायक ने नराजगी जतायी और दवाओंके बारे में जानकारी ली। वहीं केन्द्र के पास भी खड़े किए गए वाहनों को हटाने के लिए पुलिस चौकी कलेक्ट्रेट को निर्देशित किया। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया। जहां दिव्यांग प्रमाण पत्र के संबंध में बताया गया कि जल्द ही अधूरे पड़े दिव्यांगों के प्रमाण पत्रों को निर्गत कर दिया जाएगा।

---- फिर से वाल पेंटिंग कराने का निर्देश

विधायक अंकुर राज तिवारी ने दीवाल पर हुए वाल पेंटिंग जो काफी पुराने हो गए हैं उसे फिर से वाल पेंटिंग कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जो वाल पेंटिंग हो उसे बड़े अक्षरों एवं उसकी लेखनी खूबसूरज हो। स्लोगन अच्छे हो और नये हो।