अब महीने की 24 तारीख को चलेगा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्‍व क्‍लीनिक

एफआरयू (प्रथम संदर्भन इकाई) पर होगा क्‍लीनिक का आयोजन

दूसरे व तीसरे त्रैमास की गर्भवती की विशेषज्ञ चिकित्‍सक करेंगे जांच

संतकबीरनगर। प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए एक और नई पहल की गयी है। प्रधानमन्‍त्री सुरक्षित मातृत्‍व अभियान के तहत अब हर महीने की 24 तारीख को प्रधानमन्‍त्री मातृत्‍व स्‍वास्‍थ्‍य क्‍लीनिक का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग इस दौरान उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाओं को चिन्हित कर सही सलाह देगा। इन महिलाओं को जांच और इलाज में प्राथमिकता देने के साथ ही उनके लिए उपचार के विशेष प्रबंध भी किए जाएंगे। क्लिनिक पर दूसरे व तीसरे त्रैमास की गर्भवती की विशेषज्ञ चिकित्‍सक जांच करेंगे।
मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ इन्‍द्र विजय विश्‍वकर्मा ने बताया कि विभिन्न कारणों से उच्च जोखिम की गर्भावस्था मातृ-शिशु की मृत्यु का कारण बनती हैं। सुरक्षित जच्चा-बच्चा के लिए राजकीय चिकित्सालयों में समस्त मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं निःशुल्क हैं। प्रसव पूर्व छोटी-बड़ी कई कमियों का सामने नहीं आ पाना इसकी प्रमुख वजह है। गर्भवती को उच्च रक्तचाप, गंभीर रक्त अल्पता, मधुमेह, दिल की बीमारी, क्षयरोग, मलेरिया आदि की स्थिति में जोखिम बना रहता है। स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य ऐसी महिलाओं को प्रसव पूर्व ही पहचान चिंहित कर उपचार करना होगा। अब तक प्रत्येक माह की नौ तारीख को प्रधानमन्‍त्री सुरक्षित मातृत्‍व दिवस मनाया जा रहा था। अब इसमें और तेजी लाने के लिए मिशन निदेशक ने इसे विस्तारित करते हुए हर माह 24 तारीख को भी जनपद की एफआरयू (फर्स्‍ट रेफरल यूनिट) में प्रधानमन्‍त्री सुरक्षित मातृत्‍व क्‍लीनिक के आयोजन का दिशा-निर्देश दिया है।

निःशुल्‍क की जाती है गर्भवती की सम्‍पूर्ण जांच

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्‍व अभियान की जिला परामर्शदाता संगीता बताती हैं कि गर्भवती की प्रसव पूर्व मुफ्त जांच के लिए अभियान के तहत हर माह की नौ तारीख को स्वास्थ्य केन्द्रों पर विशेष आयोजन होता है। आयोजन में एमबीबीएस चिकित्सक द्वारा गर्भवती की सम्पूर्ण जांच नि:शुल्क की जाती है और कोई जटिलता नजर आती है तो उन महिलाओं को चिन्हित कर उन पर खास नजर रखी जाती है, ताकि जच्चा-बच्चा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसी कड़ी में अब शासन के दिशा-निर्देश पर जनपद की समस्त एफआरयू पर हर माह की 24 तारीख को “प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक” का आयोजन किया जाएगा। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के अवसर पर प्रत्येक गर्भवती की पांच निःशुल्क जांच- (ब्लड टेस्ट, ब्लड प्रेशर, यूरिन टेस्ट, हीमोग्लोबिन, अल्ट्रासाउंड) पहले से ही की जाती है।

जिले में है कुल पांच एफआरयू

जनपद में संयुक्‍त जिला चिकित्‍सालय समेत कुल पांच फर्स्‍ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) हैं। इनमें सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद, सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र सेमरियांवा, सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र हैसर बाजार व सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र मेंहदावल शामिल हैं।