उदया इंटरनेशनल स्कूल में विश्व प्राकृतिक संरक्षण दिवस मनाया गया
संगीत व नाट्य प्रस्तुत कर स्कूल के बच्चों ने पर्यावरण के प्रति किया लोगों को जागरूक
संतकबीरनगर। उदया इंटरनेशनल स्कूल भुजैनी में विश्व प्राकृतिक संरक्षण दिवस का आयोजन हुआ जिसमें विद्यालय के कक्षा एक से कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए एक सुंदर सी
नाट्य अभिव्यक्ति रंगमंच के माध्यम से प्रस्तुत की। समस्त कार्यक्रम का संचालन हिंदी शिक्षिका स्मृता त्रिपाठी एवं डांस टीचर ऋषभ पोद्दार द्वारा प्रधानाध्यापिका श्रीमती रिमझिम सिंह के कुशल निर्देशन में किया गया। सर्वाधिक संगीत संचालन का कार्य संगीत शिक्षक सूरज सर के द्वारा किया गया। छठवीं कक्षा के बच्चों ने वृक्ष को न काटने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए नाट्य गीत (ना काटो मुझे दुखता है) की सुंदर प्रस्तुति की तत्पश्चात आठवीं सातवीं व पांचवीं कक्षा के छात्रों ने नाटक के प्रस्तुति के माध्यम से ये बताया कि हमें कचरा इधर - उधर फेंकने से बचना चाहिए तभी हम पर्यावरण को सुरक्षित रख पाएंगे। इन मुख्य नन्हे कलाकारों में निधि, अंकिता, आदर्श, सिद्धि, एकता, अहसान, समृद्धि एवं संध्या मुख्य थे। द्वितीय कक्षा की छात्राओं ने फूल बनकर प्रकृति की सुंदरता बनाए रखने का संदेश दिए। गीत एवं नृत्य की प्रस्तुति किया। गीत के बोल थे (फूलों ने जाकर कलियों से पूछा हम कहीं रहेंगे) बच्चे ही मुख्य अतिथि बनकर प्रकृति सुरक्षा का संदेश दे रहे थे बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कार्य किया था श्रेयांक त्रिपाठी इनके सहयोगी थे शुभम, गुरदीप, अभिनंदन, युवराज फूलों के रूप में प्रस्तुति देने वाले बच्चों में कामना, अदिति, मनस्विता, रिया, शिवांगी, अनिका, अविका, वृक्ष के रूप में अतिथि, शिवांगी, रागिनी, प्रियांशी, किशन, अंशभूषण, अभय मनीष थे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि बने स्कूल के बच्चों ने विद्यालय प्रबंधन का आभार व्यक्त करते हुए शपथ दिलाई कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा करेंगे पेड़ों को नहीं काटेंगे कूड़ा कचरा इधर-उधर ना फेंक कर उसके लिए कूड़ेदान का प्रयोग करेंगे अपने जन्मदिन पर एक पौधा जरूर लगाएंगे कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाओं का भरपूर सहयोग रहा कार्यक्रम की समाप्ति राष्ट्रगान से हुई।