महाराष्ट्र के सियासी संग्राम के बीच फडणवीस के इंदौर पहुंचने की चर्चा, नहीं गए नलखेड़ा

in #santkabirnagar2 years ago

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विस्तार
महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अचानक इंदौर आए। उनकी इंदौर यात्रा पूरी तरह गोपनीय रही और गुपचुप तरीके से वे विशेष विमान से मुंबई से इंदौर आए। इसी बीच एक खबर यह आई कि इंदौर आकर फड़णवीस नलखेड़ा पहुंचे और मां बगलामुखी की पूजा-अर्चना की, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी और कहा गया कि रात को इंदौर आकर नलखेड़ा जाना और वहां से वापस लौटकर सुबह मुंबई जाना संभव नहीं। नलखेड़ा मंदिर के पुजारियों के अनुसार फडणवीस नलखेड़ा नहीं पहुंचे थे। दूसरी खबर यह आई कि फडणवीस इंदौर आकर वडोदरा गए और वडोदरा से इंदौर आकर मुंबई पहुंचे। दिनभर इस तरह की अटकलें चलती रहीं मगर किसी को भी इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं थी।

दरअसल महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस सफलता की ओर बढ़ रहा है। इसी बीच गोपनीय तरीके से पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस इंदौर आए। बताया गया कि विशेष विमान से वे इंदौर आए और रात को नलखेड़ा गए और 25 जून को सुबह करीब 5 बजे मुंबई के लिए निकल गए। दिनभर यह चर्चा चलती रही मगर किसी ने भी पुष्टि नहीं की। कहा यह भी गया कि इंदौर से नलखेड़ा जाकर रात में पूजन करना और सुबह पांच बजे मुंबई जाना संभव नहीं। ्ऐसे में यह सिर्फ अफवाह है या हकीकत, इसे लेकर कोई कुछ नहीं कह सका मगर फडणवीस के मार्फत मप्र की सियासत में चर्चाओं का दौर शुरू हुआ। एक बात यह सामने आ रही है कि फडणवीस की मां बगलामुखी में गहरी आस्था है और वे यहां पहले भी आ चुके हैं। शुभ कार्य की शुरुआत मां के दर्शन पूजन के बाद करते हैं। चूंकि इस समय महाराष्ट्र में सियासी संग्राम चल रहा है और भाजपा का ऑपरेशन लोटस सफलता की ओर है, ऐसे में इस तरह की अफवाह सामने आई कि वे नलखेड़ा में पूजन करने पहुंचे थे। हालांकि जब नलखेड़ा के पुजारियों और अन्य लोगों से बात हुई तो बताया कि यह कोरी अफवाह है। फडणवीस नलखेड़ा नहीं पहुंचे थे। उनके वडोदरा जाने और वापस इंदौर आने को लेकर भी आधिकारिक जानकारी नहीं मिल सकी। केवल अटकलें चलती रहीं, जिन्होंने अफवाह का रूप लिया।

सरकार बनाने का दावा कर सकती है भाजपा
कहा जा रहा है कि देवेंद्र फडणवीस शिंदे और बागी विधायकों के समर्थन के साथ खुद सीधे राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। इस मामले में भी राज्यपाल फ्लोर टेस्ट का आदेश दे सकता है। फ्लोर टेस्ट में उद्धव के पास पर्याप्त संख्या नहीं होगी। इस स्थिति में वो विश्वासमत खो देंगे। इसके बाद शिंदे के बागी विधायकों के साथ मिलकर भाजपा सरकार बना सकती है।

इधर...वडोदरा जाने की हुई चर्चा
एक बात यह सामने आई कि फडणवीस इंदौर आए औऱ यहां से वडोदरा पहुंचे। फडणवीस की यात्रा इतनी गोपनीय थी कि उनकी यात्रा के दौरान दोनों ही बार इंदौर में विमान से न कोई उतरा न कोई सवार हुआ। विमान में सिर्फ ईंधन भरा गया। एक बात यह सामने आई कि इंदौर आकर फडणवीस वडोदरा गए हैं, लेकिन चर्चा हुई कि मुंबई से वडोदरा की दूरी करीब 400 किलोमीटर है और मुंबई से इंदौर 600 किलोमीटर दूर है। ऐसे में मुंबई से 400 किलोमीटर दूर वडोदरा जाने के लिए फडणवीस ने इंदौर का रास्ता क्यों लिया। बात यह भी सामने आई कि मुंबई से अपनी गुजरात यात्रा को छिपाने के लिए वे इंदौर आए और फिर वडोदरा गए। सूत्रों का कहना है कि फडणवीस की इस यात्रा की जानकारी एयरपोर्ट पर कल शाम को ही मिली थी। तब अधिकारियों को लगा कि फडणवीस के साथ इंदौर से कोई जाएगा या वापस आएगा या इंदौर में कोई उनसे मिलने पहुंचेगा, लेकिन जब दोनों ही बार न तो विमान में कोई सवार हुआ न उतरा और न ही कोई मिलने पहुंचा तो सभी हैरान थे।

अधिकारियों को भी यह समझ में नहीं आया कि अगर उन्हें वडोदरा जाना-आना था तो इंदौर के रास्ते क्यों गए-आए। इधर इंदौर विमानतल रनवे की चौड़ाई बढ़ाने के लिए चल रहे काम के चलते फिलहाल रात को बंद रहता है, लेकिन फडणवीस के इंदौर आने और जाने के चलते कल इंदौर एयरपोर्ट रातभर खुला रहा। अपुष्ट जानकारी के मुताबिक फडणवीस विशेष विमान से कल रात 10.45 बजे मुंबई से इंदौर पहुंचे थे। यहां विमान में ईंधन भरवाया गया। इसके बाद 11 बजे विमान इंदौर से वडोदरा के लिए रवाना हो गया। वहीं शनिवार सुबह 4.40 बजे वे इसी विशेष विमान से वडोदरा से इंदौर पहुंचे और विमान में ईंधन भरवाने के बाद 4.55 बजे वापस मुंबई के लिए रवाना हो गए। फडणवीस की यात्रा को देखते हुए इंदौर एयरपोर्ट के अधिकारियों ने भी काफी सतर्कता रखी और गोपनीयता बरतते हुए किसी को इस बात की खबर नहीं लगने दी।