नए वर्ष में जनपद वासियों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

in #santkabirnagar9 months ago

संतकबीरनगर
जिले में वैसे तो वर्ष 2023 में जनपदवासियों के लिए विकास के पंख भरे रहे, तो वहीं 2024 में कई सौगात मिलने की पूरी उम्मीद है। नए वर्ष में जिले के मरीजों को कई नई सुविधाएं मिलने जा रही हैं।
इनमें क्रिटिकल केयर यूनिट, पौली में 30 बेड का सीएचसी, नाथनगर में 3.5 करोड़ की लागत से फील्ड हास्पिटल, जिला अस्पताल में सेंट्रल लैब, अस्पताल में चौबीस घंटे जांच की व्यवस्था, ब्लड सेपेरिशन यूनिट, कोविड अस्पताल समेत अनेक सुविधाएं मिलने जा रही हैं। इतना ही नहीं जिले में जमीन मिलने पर पीपीपी मोड पर मेडिकल कालेज का भी निर्माण होगा। इससे लोगों को जिले में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने लगेगी। इससे जिले के मरीजों को दूसरे जनपद में जाकर उपचार कराने से राहत मिलेगी।

जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर जिले के विकास के लिए तमाम प्रयास कर रहे है। इनके प्रयास से ही वर्ष 2023 विकास को संजीवनी देने वाला बन गया। इस वर्ष में जिले के सभी सीएचसी पर 20-20 बेड के कोविड अस्पताल बन कर तैयार हो गए। इतना ही नही जनपद के 22 स्वास्थ्य केंद्रों पर छह-छह बेड के कोविड अस्पताल भी बन गए है। इन अस्पतालों को विभाग ने हैंडओवहर कर इनमें कार्य भी प्रारंभ कर दिया है। कई वर्षों से बेलहर कला में निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी बन कर तैयार हो गया है। साथ ही इस अस्पताल में मरीजों की ओपीडी भी चालू हो गई। अब नया वर्ष और खुशियों भरा रहेगा। इस वर्ष में जिले के नाथनगर में 3.5 करोड़ की लागत से 50 बेड का फील्ड हास्पिटल शुरू होने की उम्मीद जग गई है। वही मेडिकल कालेज खोलने के लिए राजस्व विभाग तेजी से कार्य कर रहा है। जिससे जिले में पीपीपी मोड मेडिकल कालेज का निर्माण होगा।

ब्लड सेपरेशन यूनिट होगी चालू

जिले में ब्लड बैंक तो है लेकिन यहां पर लोगों को केवल विभिन्न ग्रुप के ब्लड ही दिए जाते हैं। यदि रेड ब्लड सेल, प्लेटलेट, प्लाज्मा आदि की जरूरत पड़ जाती है तो बाहर जाना पड़ता था लेकिन अब ये समस्या खत्म होने वाली है। अब ब्लड सेपरेशन यूनिट के चालू होने जाने से एक यूनिट ब्लड से चार जिंदगियां आसानी से बचाई जा सकेंगी। ब्लड सेपरेशन यूनिट का संचालन हो जाने से मरीज को ब्लड के साथ ही रेड ब्लड सेल, प्लेटलेट, प्लाज्मा आदि बीमारी के अनुसार उपलब्ध हो सकेगा। डबल बैग में लिए गए ब्लड को प्रोसेस करके पी-आरबीसी व प्लाजमा अलग किया जा सकेगा।

क्रिटिकल केयर यूनिट का होगा निर्माण

जिला अस्पताल परिसर में करीब 27 करोड़ की लागत से क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण होगा। इस विंग के बनवाने की जिम्मेदारी सीएलडीएफ नामक कार्यदाई संस्था को दी गई है। इस विंग के बन जाने में एक्सीडेंट में गंभीर रूप से चोटिल लोगों के उपचार के लिए एक ही छत के नीचे सभी विभाग के चिकित्सक के अलावा जांच की मशीनें, आईसीयू समेत अन्य सुविधाएं मिलेंगी ताकि मरीज की जान बचाई जा सके।

545 करोड़ की लागत से बन कर तैयार होगा सीएचसी पौली

करीब बारह वर्षों से जिले के दक्षिणी क्षोर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण अघर में लटका हुआ था लेकिन जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तवर के प्रयास से अब इस भवन का निर्माण कार्य चालू होने वाला है। नए वर्ष में इस क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वासथ्य सुविधाएं मिलने लगेगी। अभी तक इन क्षेत्रों के गंभीर मरीज या तो जिला मुख्यालय या फिर आंबेडकर नगर जाते हैं। लेकिन अब यह समस्या खत्म होने वाली है। जल्द ही भवन को पूरा करके स्वास्थ्य विभाग को सौप दिया जाएगा।

सेंट्रल लैब की मिलेगी सौगात

जिला अस्पताल में पैथोलांजी तो है लेकिन इनमें अभी मरीजों की सभी जांचें नहीं हो पाती हैं। जिससे मरीजों को बाहर से कराना मजबूरी हो जाती है। इतना ही नहीं जो जांचें जिला मुख्यालय पर निजी केंद्रों पर उपलब्ध नही है उसके लिए गोरखपुर जाना पड़ता है लेकिन अब यह भी समस्या दूर होने वाली है। अस्पताल के पश्चिमी भाग में यह भवन बन कर लगभग तैयार हो चुका है। संसाधन भी आ रहे हैं नूतन वर्ष में यह आम जन को समर्पित हो जाएगा।

जिला अस्पताल में चौबीस घंटे होगी सीटी स्कैन व ब्लड की जांच :

अब तक मरीजों को ओपीडी के समय तक ही जांचें होती थीं। जिनमें अल्ट्रासाउंड्र, सीटी स्कैन, एक्सरे समेत अन्य शामिल है । लेकिन अब ये सभी जांच नए वर्ष से चौबीस घंटे होने लगेगी । जिसके लिए सीएमएस ने तैयारी भी शुरू कर दी है। अभी से ही जांच करने वाले कर्मियों की ड्यूटी व संसाधनों की कमियों को पूरा करवा रहे हैं। ताकि सभी को समुचित व्यवस्था मिले।

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