संतकबीरनगर: तहखाने में देते थे यातना, तबेले में तैयार कराते थे उपले
से किशोरावस्था में अपहृत शमशेर आलम 15 साल बाद रविवार को अपने घर लौटे। उन्होंने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई तो सभी के रोंगटे खड़े हो गए। शमशेर के मुताबिक, अपहरण के बाद उनको नासिक के एक तहखाने में कैद करके रखा गया था। उन्हें यातनाएं देकर काम कराया जाता था। बहुत मुश्किल से वह वहां से निकल पाए। नगर पंचायत मगहर के काजीपुर नई बाजार निवासी वजीउल्लाह के पुत्र शमशेर आलम लगभग दस वर्ष की उम्र में वर्ष 2007 में लापता हो गए थे। इसकी खोज में परिजन के लोग काफी परेशान हुए। पुलिस ने काफी जगह तलाशा था। करीब 15 साल बाद वह बदहवाश हालत में रविवार को घर लौटे।