भारतीय कवि सम्मेलन / मुशायरा व मीडिया सम्मान समारोह का आयोजन

IMG-20220614-WA0018.jpgसन्त कबीर नगर ( सेमरियावा ) जूनियर हाईस्कूल के प्रांगण मे रिलेक्सो डोमस्वेयर कम्पनी बरगदवा कला के बैनर तले प्रेस क्लब द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन / मुशायरा व मीडिया सम्मान समारोह का आयोजन IMG20220613205230_01.jpgसकुशल संपन्न हुआ । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी श्री राजेश कुमार प्रजापति व श्रीमती श्रेया प्रजापति जनपद बस्ती रही एवं विशिष्ट अतिथि कबीर मठ पीठाधीश्वर महंथ विचार दास रहे । डां कलीम कैसर , अजीत इलाहाबादी , भोला नाथ त्रिपाठी , डां एस एन श्रीवास्तव " बेचैन " , अम्बर बस्तवी , नुसरत अतीक , ताराचंद तन्हा , वसीम मजहर , तनवीर जलालपुरी , महमूद अहमद " महमूद " डां अजीत श्रीवास्तव , निशा सिद्धार्थनगरी आदि कवियो एवं कवियित्रियो ने काव्य पाठ किया । राष्ट्रीय कवि / शायर डां कलीम कैसर " ऐसे अल्लाह की रहमत नही देखी मैने , मां से अच्छी कोई औरत नही देखी मैने , कहां रहमत बरसती है खुदा जान लेता है , ये बच्चा मां को खुशबू से पहचान लेता है , ये मां भी बच्चो को हाथो मे लेती है इस तरह , जैसे कोई मोमिन हाथ मे कुरान लेता है , की उम्दा रचना से मां और उसकी ममता को बताने की भरपूर कोशिश की । अध्यात्म की नगरी बनारस की छाप छोड़ते हुए तुम तुम नही मै मै नही जब सिर्फ हम ही थे मेरे , दिल को वही गुजरा जमाना ढूढ़ लेने दो मेरे " की रचना भोला नाथ त्रिपाठी " बनारस " ने जहां आध्यात्मिक ज्ञान रहस्य से रूबरू कराने की कोशिश की वही " यहां इस शहर के बंगलो मे मेरा दम घुटा जाय... , फिर गांव का वो घर पुराना ढूढ लेने दो मुझे , की रचना से सामाजिक सौहार्द को बनाये का सीख दिया । दिल के मामलात मे उजलत न कीजिए , पहली नजर मे मुहब्बत न कीजिए " की रचना से नुसरत अतीक ने श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया । वो आशिक आज फिर माशूक से मिलने निकला है , गुलाबो के सिवा कुछ हाथ आ जाये तो फिर कहना , मै शायर हूं मेरे घर की तलाशी लेकर देखो , किताबो के सिवा कुछ हाथ आ जाये तो कहना , से वसीम अहमद व " उसको भी खुशी से मिलता है , दिल मेरा भी उसी से मिलता है , आदमी आज के जमाने का , बेगरज कब किसी से मिलता है " से अम्बर बस्तवी एवं हमने देखा है शबाब पाने की कोशिश रमजान मे , अमीरी इफ्तारी देती है गरीबी दातून देती है , काश ! लूटे भाईचारा इस कदर , जैसे बंटती है इफ्तार घर घर " अजीत इलाहाबादी , " भूला दूं तुझे इतना आसां नही है , तुम्हारा समय जागदा पा लिया है , भूल जाने की बात मत करना , फिर जमाने की बात मत करना , रूठना तो तुम्हारी आदत है अब मनाने की बात मत करना " से डां एस एन श्रीवास्तव ने खूब वाहवाही लूटी ।
इस दौरान जनपद के सैकड़ो पत्रकार सम्मानित हुए । मीडिया को संबोधित करते हुए कंपनी निदेशक अबदुल्लाह खान ने कहा कि इस देश के " विधायिका , कार्यपालिका व न्यायपालिका " पर ध्यान रखने वाला चौथे स्तम्भ के मीडिया बंधुओ को सम्मानित करते हुए जो गौरव महसूस कर रहा हूं यह अपने आप मे बड़े सौभाग्य की बात है ।
फीता काट कर कार्यक्रम का उद्घाटन श्रीमती श्रेया प्रजापति ने " कान्हा आन पड़ी मै तेरे द्वार " भजन गाकर शुभारंभ किया ।
कार्यक्रम का संचालन डां कलीम कैसर एवं प्रेस क्लब अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार पवन कुमार श्रीवास्तव " सबा " ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय सहारा ने किया ।
इस अवसर पर हिन्दी दैनिक ब्रह्म पुकारम सम्पादक रमेश कुमार शर्मा , जिला सूचना अधिकारी सुरेश कुमार सरोज , अनिल सिंह , रत्नेश चौधरी , देवव्रत नाथ फलाहारी , मुतवल्ली खादिम हुसैन , कम्पनी मैनेजर फारुख , वसीउल्लाह खान , हबीबुल्लाह खान , हकीकुल्लाह खान , रियाजुल हक , समीउल्लाह खान , अली हुसैन आदि गणमान्य उपस्थित रहे ।