अंतर्राष्ट्रीय इस्लामिक स्कॉलर ने कर्बला के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, बोली मानवता सबसे ऊपर

in #sanstha2 years ago

इंसानियम का धर्म सबसे ऊपर होता है। इंसानियत की रक्षा के लिए ही इमाम हुसैन ने अपने प्राणों की शहादत दे दी थी। उन पर लाखों अत्याचार किए गए। उन्हें और उनके परिवार को भूखा प्यासा तक रखा गया, लेकिन वह क्रूर यजीद के सामने झुके नहीं।
यह बात अंतर्राष्ट्रीय इस्लामिक स्कॉलर और टीम्बर्स की मेंटर आले तहा शौकत ने कही। उन्होंने इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि इमाम हुसैन का जीवन इंसानियत के लिए ही समर्पित रहा। इंसानियत की रक्षा करने के लिए उन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। आखिरी सांस तक इमाम हुसैन मानवता के लिए ही लड़ते रहे और उन्होंने अत्याचारी और क्रूर यजीद को पेशवा नहीं माना। जिसके कारण इमाम साहब और उनके परिवार को शहीद कर दिया गया। उनकी इस शहादत को सच्ची श्रद्धांजलि तभी है, जब उनके दिखाए मानवता के नेक रास्तों पर चला जाए। Screenshot_2022_0809_112735.jpgउन्होंने बताया कि हुसैन साहब का जीवन लोगों के लिए समर्पित रहा। उनके ही दिखाए रास्तों पर चलते हुए अब वह भी इंसानियत के काम को आगे बढ़ा रही हैं। उनकी संस्था टीम्बर्स लगातार आमजनों की सहायता के लिए काम कर रही है। कोरोना काल में उसकी संस्था ने सबसे ज्यादा काम किया। शवों के अंतिम संस्कार से लेकर कोविड मरीजों तक इलाज कराने के लिए वह लगातार काम करते रहे। आगे भी उनकी संस्था इमाम साहब के दिखाए रास्ते पर चलती रहेगी।