पांच दिन से बैठी है महिलाएं घरने पर, अवैध रेत उत्खनन पर लगे रोक

in #sand2 years ago

Screenshot_20220524-104043__01.jpg

बैकुंठपुर (कोरिया) 24 मई। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्षे़़त्र में फिर से रेत माफियाओं के द्वारा अवैध तरीके से रेत का उत्खनन कार्य जोरों पर है लेकिन इस दिशा में न तो खनिज विभाग, वन क्षेत्र में खनन होने पर वन विभाग भी कार्यवाही नही करती न ही प्रशासनिक कार्यवाही ही दिखाई देती है। आज 7वें दिन भी ग्रामीण महिलाएं हरचोखा में धरने पर बैठी हुई है।
Screenshot_20220521-153532__01.jpg

जानकारी के अनुसार क्षेत्र की ग्रामीण महिलाओं के द्वारा कुछ दिनों पूर्व से अवैध रेत उत्खनन के विरोध में धरने पर बैठी है लेकिन अवैध रेत उत्खनन पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नही की जा रही है। सुबह से लेकर शाम तक महिलाएं धरना दे रही है और मांग कर रही है कि उनके क्षेत्र की नदी से अवैध रेत उत्खनन का कार्य बंद हो। पूर्व में भी इस क्षेत्र में बडे स्तर पर अवैध तरीके से रेत का उत्खनन किया जाता रहा है। पूर्व मंे मुख्यमंत्री के आदेश के बाद कार्यवाही हुई थी जिसे बाद अवैध उत्खनन बंद हुआ था। लेकिन तीन दिन बाद ही पुनः अवैध रेत उत्खनन का कार्य शुरू हो गया है। जिसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीण विरोध कर रहे है जिनमें महिलाएॅ सबसे ज्यादा इसका विरोध कर रही है। गौरतलब है कि हरचोखा से निकाली जाने वाली रेत मप्र के विभिन्न स्थानों के अलावा उत्तर प्रदेश के कई शहरों तक सप्लाई की जाती हैं। अवैध रेत उत्खनन को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों के द्वारा लगातार विरोध किया जाता रहा है बावजूद इसके इस दिशा में ठोस कार्यवाही नही होती। भरतपुर जनपद क्षेत्र के सीमावर्ती ग्राम हरचौका स्थित नदी से बीते कुछ दिनों से अवैध रेत उत्खनन का कार्य तेजी से किया जा रहा है, जिस पर किसी तरह की कोई कार्यवाही प्रशासन द्वारा नही की जा रही है। जिसके विरोध में ग्रामीण महिलाएॅ अवैध रेत उत्खनन को रोकने के लिए धरने पर बैठ गयी है।

हरचौका क्षेत्र में उत्तम क्वालिटी की रेत
जानकारी के अनुसार भरतपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम हरचौका के पास स्थित नदी से उत्तम क्वालिटी की रेत मिलती है जिस कारण रेत माफियाओं की नजर इस क्षेत्र की नदी पर है और बड़ी बड़ी मशीनों की सहायता से दिन रात रेत का उत्खनन का कार्य किया जाता है। यहां प्रतिदिन सैकडो की संख्या में हाईवा के माध्यम से बडे स्तर पर रेत मप्र व उप्र के विभिन्न जगहों पर परिवहन किया जाता है। जिससे कि क्षे़त्र की सडके भी भारी वाहनों के चलने के कारण जल्द खराब हो जा रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहती है बावजूद इसके धडल्ले के साथ प्रतिदिन हाईवा वाहन में रेत लोड कर चलाया जा रहा है।