सरवनपुर के 21 घरों में एक साथ संपन्न हुआ गायत्री महायज्ञ*

in #samasyatmak2 years ago

अमेठी । मंगलवार की सुबह गृहे -गृहे गायत्री यज्ञ के अन्तर्गत सरवनपुर अमेठी के 21 घरों में एक साथ एक कुण्डीय गायत्री यज्ञ 21 परिव्राजकों ने शांति कुंज हरिद्वार के तत्वावधान में सम्पन्न कराया।
गायत्री शक्ति पीठ अमेठी के व्यवस्थापक डा त्रिवेणी सिंह ने प्रातः 6:30 बजे सभी पुरोहितों को तिलक कर स्वागत किया। गायत्री शक्तिपीठ से सभी परिव्राजक एक साथ सरवनपुर के यजमानों के यहाँ रवाना हुए । प्रातः 10 बजे तक सभी घरों में यज्ञ सम्पन्न हो गया।
डॉ० त्रिवेणी सिंह ने बताया कि इस गायत्री यज्ञ का उद्देश्य घरों में श्रेष्ठ वातावरण का सृजन है जिससे घर का हर सदस्य आदर्श जीवन जीने के लिए उन्मुख हो, अपने जीवन में सुसंस्कारिता, सहकारिता, त्याग, परोपकार और शुभ कर्मों का समावेश कर सके। यज्ञ की ऊष्मा मनुष्य के अन्त:करण पर देवत्व की छाप डालती है। जहाँ यज्ञ होतें हैं वह भूमि सुसंस्कारों को अपने अंदर धारण करती है उसका प्रभाव दीर्घ काल तक रहता है।
कुबुद्धि, कुविचार, दुर्गुण एवं दुष्कर्म से विकृत मनोभूमि में यज्ञ से भारी सुधार होता है. यज्ञ को इसीलिए पापनाशक कहा गया है।
यज्ञाचार्य के रूप में सुभाष द्विवेदी, अशोक कुमार मिश्रा, कमलेश पाण्डेय, अखिलेश तिवारी, संगम मिश्रा, नरसिंह नारायण, डा चन्द्रावती सिंह, सुधीर सिंह, दिलीप कुमार सिंह, इन्द्रदेव, कविता, सविता, अभिलाषा, कोमल मिश्रा, अशोक कुमार, मगनलाल, चिरौंजी लाल, त्रिवेणी प्रसाद सिंह, श्री ओम्, संगीता शर्मा आदि रहे