शूकरों में फैला अफ्रीकन स्वाइन फीवर, दहशत
Saharanpur news:-सहारनपुर। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) बरेली से आई नमूनों की दूसरी रिपोर्ट में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में एहतियातन अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही सूकरों के आवागमन और मांस की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है। बीमार शूकरों के इलाज के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है।
एक सप्ताह पूर्व नुमाइश कैंप क्षेत्र में पांच शूकरों की मौत हो गई थी। इससे पहले भी वहां शूकर मर चुके हैं, जिन्हें ढमोला नदी में बहा दिया गया था। बाद में नगर निगम ने मृत सूकरों को नदी से निकलवाकर जमीन में दबवा दिया था। पशुपाल विभाग की टीम ने अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की आशंका में बीमार शूकरों के सैंपल लेकर जांच के लिए आईवीआरई इज्जतनगर बरेली भेजे थे। पहले जो सैंपल भेजे गए थे, उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। बाद में भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट पशुपालन विभाग को बृहस्पतिवार को मिली और इसमें अफ्रीकन स्वाइन फीवर होने की पुष्टि हुई है। इसको लेकर पशुपालक भी दहशत में है।मनुष्यों में नहीं फैलेगा संक्रमण
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी राजीव सक्सेना का दावा है कि इस संक्रमण से मनुष्य को किसी तरह का खतरा नहीं है। एक शूकर से दूसरा शूकर संक्रमित हो सकता है, लेकिन मनुष्य को घबराने की जरूरत नहीं है। यह संक्रमण मनुष्य को नहीं फैलेगा, लेकिन फिर भी जिलाधिकारी के निर्देशानुसार एहतियात के तौर पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके अलावा पशु पालकों को दवाएं वितरित की जा रही है और सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। शूकरों के इलाज को चिकित्सकों की तीन टीमें काम कर रही है।
एहतियातन लगाए गए प्रतिबंध
- बीमारी से प्रभावित क्षेत्रों में शूकरों के आवागमन पर रोक।
- शूकर की मांस बिक्री को भी जिले में बंद कराया गया।
- शूकरों से निर्मित उत्पादों की बिक्री पूर्णतया प्रतिबंध रहेंगी।
- संक्रमित शूकरों को दूसरे शूकरों से अलग रखा जाएगा।
हेल्पलाइन नंबर किया जारी
पशु पालन विभाग की ओर से बीमारी के बचाव को हेल्पलाइन नंबर 09411913560 जारी किया है, जिस पर शूकर के संक्रमित होने पर पशु पालक जानकारी दे सकता है। इसके बाद मौके पर पहुंचकर पशु पालन विभाग की टीमें वैक्सीनेशन के साथ दवाएं भी वितरित करेंगी। इसके साथ ही शूकरों की निगरानी की जाएगी।
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